असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बुधवार को उन मेधावी छात्रों को स्कूटर वितरण की शुरुआत की, जिन्होंने उच्च माध्यमिक परीक्षा उत्तीर्ण की थी. यह योजना प्रज्ञा भारती योजना के तहत डॉ. बनिकांत काकती मेरिट अवार्ड के माध्यम से कुल 35,800 लाभार्थियों को लागू की गई, जिनमें से 6,052 लड़के और 29,748 लड़कियां हैं. (Credit/Twitter/@himantabiswa)
पुरस्कार के पात्र होने के लिए, लड़कों को असम उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित उच्च माध्यमिक परीक्षाओं में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक लाने थे, जबकि लड़कियों के लिए यह 60 प्रतिशत था. अधिकारी ने कहा कि राज्य की राजधानी में केंद्रीय कार्यक्रम में कामरूप मेट्रोपॉलिटन और कामरूप जिलों के छात्रों को स्कूटर का वितरण किया गया. बाकी जिलों में दिसंबर में वितरण किया जाएगा. (Credit/Twitter/@himantabiswa)
मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि डिजिटलीकरण अगले कुछ दशकों में विकास का मंत्र होगा. उन्होंने छात्रों से नवाचार पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा, जो यह सुनिश्चित करेगा कि रोजगार तलाशने वाला रहने के बजाय वे रोजगार प्रदाता बने. उन्होंने कहा कि मेधावी छात्रों को हमेशा आसमान छूने का लक्ष्य रखना चाहिए. अगर आप आने वाले दिनों में अपनी आकांक्षाओं को तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी की नौकरियों तक सीमित रखेंगे तो यह प्रतिभा की बर्बादी होगी. (Credit/Twitter/@himantabiswa)
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि सरकार अगले साल से पुरस्कार विजेताओं को इलेक्ट्रिक स्कूटर वितरित करने की संभावना तलाशेगी और इससे छात्रों को ईंधन पर पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. मुख्यमंत्री ने एक आगामी योजना के बारे में भी बताया, जिसके माध्यम से राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में स्नातकोत्तर में पढ़ाई करने वाली छात्राओं को हर साल 10,000 रुपये का वजीफा प्रदान किया जाएगा. (Credit/Twitter/@himantabiswa)
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