Kartarpur Sahib Pakistani Model Photoshoot News: सोशल मीडिया पर साझा की गईं तस्वीरों में, एक मॉडल को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित गुरुद्वारे में महिलाओं के कपड़ों के ब्रांड के विज्ञापन के लिए पोज देते हुए देखा जा सकता है. माना जाता है कि सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने वर्ष 1521 से 1539 तक उस स्थल पर अपने अंतिम दिन बिताए थे, जहां अब गुरुद्वारा है.
पाकिस्तान पुलिस ने करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब में परिधान के एक ब्रांड के लिए बिना सिर ढके फोटोशूट कराये जाने के बाद पाकिस्तानी मॉडल और परिधान ब्रांड के खिलाफ सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए जांच शुरू की. पुलिस ने यह जांच तस्वीरों को लेकर एक भारतीय सिख पत्रकार द्वारा आलोचना किये जाने के बाद शुरू की. स्वतंत्र पत्रकार रविंदर सिंह ने ट्वीट करके उल्लेख किया कि तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड की गई हैं. उन्होंने समुदाय के प्रति अनादर भी रेखांकित किया. सिंह ने अपनी पोस्ट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को भी टैग किया.
फोटोशूट को लेकर सोशल मीडिया पर आलोचना के बाद पंजाब प्रांत की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की सरकार हरकत में आयी. पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने एक बयान जारी करके कहा कि उन्होंने घटना का संज्ञान लिया है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि गुरुद्वारे में 'मॉडलिंग' की अनुमति देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, ‘इस मामले की व्यापक जांच के बाद जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.’ पंजाब पुलिस के एक प्रवक्ता ने एक ट्वीट किया, ‘पंजाब पुलिस इस घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच कर रही है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. संबंधित ब्रांड के प्रबंधन और मॉडल के खिलाफ जांच की जा रही है. सभी धर्मों के उपासना स्थल समान रूप से सम्मानित हैं.’
सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने ट्वीट किया, ‘डिजाइनर और मॉडल को तस्वीरों के लिए सिख समुदाय से माफी मांगनी चाहिए.’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘करतारपुर साहिब एक धार्मिक प्रतीक है...’ समाचारपत्र ‘डॉन’ की एक खबर के मुताबिक, मॉडल की तस्वीरें ‘मन्नत क्लोदिंग’ नाम के एक परिधान ब्रांड के इंस्टाग्राम पेज पर साझा की गईं, लेकिन आलोचना के बाद इसे हटा दिया गया. कंपनी ने इसके लिए माफी भी मांगी.
पूरे विवाद पर प्रतिक्रिया जताते हुए ‘मन्नत क्लोदिंग’ ब्रांड ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में माफी मांगी और इस बात से इनकार किया कि उनके अकाउंट पर पोस्ट की गई तस्वीरें उनके द्वारा किए गए किसी भी फोटोशूट का हिस्सा थीं. उसने कहा, ‘ये तस्वीरें हमें एक थर्ड पार्टी (ब्लॉगर) ने मुहैया कराई थीं, जिसमें हमारा परिधान पहना गया था.’ उसने कहा, ‘हालांकि, हम अपनी गलती स्वीकार करते हैं कि हमें इस सामग्री को पोस्ट नहीं करना चाहिए था और हम हर उस व्यक्ति से माफी मांगते हैं, जो इससे आहत हुआ है.’ तस्वीरों में पोज देने वाली मॉडल/ब्लॉगर सौलेहा इम्तियाज ने भी माफी मांगते हुए कहा, ‘मैं अभी इतिहास के बारे में जानने और सिख समुदाय के बारे में जानने के लिए करतारपुर गई थी. यह किसी की भावनाओं को आहत करने के लिए नहीं किया गया था.’
माना जाता है कि सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने वर्ष 1521 से 1539 तक उस स्थल पर अपने अंतिम दिन बिताए थे, जहां अब गुरुद्वारा है. यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तानी मॉडल और अभिनेत्रियों को धार्मिक स्थलों पर फोटो शूट कराने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है. पाकिस्तानी अभिनेत्री और मॉडल सबा क़मर, जिन्होंने बॉलीवुड फिल्म 'हिंदी मीडियम' में अभिनय किया था, के खिलाफ पुराने लाहौर शहर में ऐतिहासिक मस्जिद वजीर खान में एक फोटो शूट के लिए ईशनिंदा का मामला दर्ज किया गया था.