दिल्ली में यमुना नदी पर बने सिग्नेचर ब्रिज का रविवार को उद्घाटन किया गया. कुतुबमीनार से भी डबल ऊंचाई वाला यह ब्रिज 675 मीटर लंबा है. यह ब्रिज 5 नवंबर यानी आज से आम जनता के लिए भी खोल दिया गया है. इस परियोजना के पूरा होने से न सिर्फ उत्तरी और उत्तरपूर्वी दिल्ली के बीच यात्रा का समय कम हो जायेगा बल्कि यहां से पूरी दिल्ली को देखने का मजा भी लिया जा सकेगा.(सोर्सः पीटीआई)
इस ब्रिज पर 154 मीटर ऊंचा ग्लास बॉक्स भी होगा जो पर्यटक स्थल के रूप में लोगों को शहर का ‘बर्ड्स-आई व्यू’देगा. इसके अलावा ऊपर तक जाने के लिए चार लिफ्ट भी लगाई गई हैं जिससे एक बार में 50 लोगों को ले जाया जा सकता है. हालांकि अभी लिफ्ट का परिचालन शुरू नहीं नहीं हो पाया है. एक अधिकारी के अनुसार इसमें दो महीने लग सकते हैं.(सोर्सःट्विटर)
सिग्नेचर ब्रिज का प्रस्ताव 2004 में प्रस्तुत किया गया था जिसे 2007 में दिल्ली मंत्रिपरिषद की मंजूरी मिली थी. शुरूआत में अक्टूबर 2010 में दिल्ली में आयोजित होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के पहले 1131 करोड़ रूपये की संशोधित लागत में इसे पूरा किया जाना था. (सोर्सः ट्विटर)
दिल्ली के वजीराबाद-भजनपुरा से गाज़ियाबाद जाने वाले लोगों को अभी तक काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था. सारे ट्रैफिक का भार वज़ीराबाद के पुराने ब्रिज के ऊपर ही था और यहां काफी जाम लग जाता था जिसकी वजह से लोग 2 से 3 तीन घंटे तक फंसे रहते थे. अब इसके बन जाने से ये परेशानी खत्म हो जाएगी.(फोटो सोर्सः ट्विटर)
ब्रिज के उद्घाटन समारोह का दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को न्योता नहीं दिया गया है जबकि इस ब्रिज के निर्माण की योजना उनके कार्यकाल में ही बनी थी. इस पर दिल्ली की आप सरकार का कहना है कि उद्घाटन के लिए विशेष न्योते की जरूरत नहीं.(फोटो सोर्सः ट्विटर)