क्षेत्र में पेयजल संकट गहराने की बात स्वीकार कर रहे जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता डीएन व्यास ने गुढा बांध से मेज और ब्लांडी नदी में छोए गए पानी से जल्द 22 गांवों का भूजल स्तर बढ़ने का दावा किया है. उन्होंने क्षेत्र में पेयजल संकट की समस्या बढ़ने की स्थिति में टैंकरों से आपूर्ति शुरु कर दिए जाने की बात कही.
बूंदी जिले हिंडोली क्षेत्र में निरंतर गिरते जा रहे भूजल स्तर के चलते नलकूप और हैंडपंप हवा फेंकने लगे हैं. लोगों को अपनी और अपने मवेशियों की प्यास बुझाने के लिए दर-दर भटकने को मजबूर होना पड़ रहा है.
निरन्तर गिरते जा रहे भूजल स्तर के चलते सर्दी में ही गहराये पेयजल संकट के चलते घरों से बोतल में पानी लाने के लिए स्कूली बच्चे मजबूर हैं.
हिंडोली के घुनाथपुरा और कालामाल गांव में पिछले दो वर्षों से अच्छी बारिश नही होने से गिरते जा रहे भूजल स्तर के चलते नलकूपों और हैंड पंपों में पानी नहीं है.
क्षेत्र के लोगों को एक-एक किलोमीटर दूरी से पानी लाकर अपनी प्यास बुझानी पड़ रही है. क्षेत्र में गहरा रहे पेयजल संकट के कारण स्कूलों में पोषाहार बनाने में दिक्कत आ रही हैं.
गुढा बांध के नीचे बसे गांवों में गहरा रहे पेयजल संकट के चलते यहां के ग्रामीण एक से दो किलोमीटर दूर से पानी लाने के लिए मजबूर हैं. इन लोगों को पेयजल संकट से कब पूरी तरह राहत मिलेगी, इसका किसी पर जवाब नहीं है.