जयपुर. राजस्थान में बीती रात कई जिलों में अधड़ के साथ हुई तेज बारिश से जान-माल का भारी पहुंचा है. तेज-हवा और आंधी से शुरु हुए दौर के बाद जमकर हुई बरसात ने कई जगहों पर जमकर उत्पात मचाया है. टोंक में बारिश के कारण मकान गिरने से तीन लोगों की दबकर मौत हो गई. आंधी की वजह से कई जगह विशालकाय पेड़ ध्वस्त हो गए. कई जिलों में बिजली के खंभे गिरने से बिजली सप्लाय पूरी तरह ठप हो गई.
राजस्थान में चक्रवर्ती तूफान का करह देखने को मिला, जिससे पूरे प्रदेश में जगह-जगह तेज आंधी और बरसात आफत बनकर आई और जमकर कहर बरपाया. राजधानी जयपुर समेत टोंक, सीकर, भरतपुर, डीडवाना, नागौर, झुंझुनू, कोटा और चित्तौड़गढ़ में इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिला. प्रदेश के कई हिस्सों में अचानक दोपहर बाद मौसम बदलने के बाद अधड़ चली, जिसके साथ ही तेज बारिश का दौर शुरु हो गया. बारिश से टोंक में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई जगहों पर बिजली के खंभे गिरने से बिजली सप्लाय पूरी तरह ठप हो गई.
टोंक में देर रात शुरु हुए आंधी तूफान ने भारी तबाही मचाई, जिसके चलते जिले भर से हाहाकार की खबरें आ रही है. शहर के धन्नातलाई इलाके में तेज बारिश के कारण टीन के घर की टीन गिरने से 3 लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा अन्य जगहों पर भी टीन गिरने के मामले सामने आए हैं. वहीं बिजली के खंभे गिरने के कारण बिजली बाधित हुई है. कई जगहों पर पेड़ गिरने से भी नुकसान की खबरें आई है. टोंक शहर समेत उनियारा और पीपलू में भी नुकसान देखने को मिला है. वहीं सीकर में रात को तेज बारिश और आंधी से जिले भर में कई जगह झमाझम बारिश के चलते शहर के कई इलाकों में पानी भर गया. जिले के फतेहपुर लक्ष्मणगढ़ और आसपास के इलाके में भी तेज बारिश और आंधी की वजह से कई जगहों पर पेड़ गिर गए.
प्रदेश के दौसा जिले में जबरदस्त तूफान से भारी नुकसान का अंदेशा जताया जा रहा है. जिले में जगह-जगह टीन से बने मकानों के छतिग्रस्त होने की खबरें आ रही है. यहां के एक गांव में गरीब परिवार के मकान और दुकान की दीवार गिरने से भारी नुकसान देखने को मिला. वहीं टीन-टप्पर उड़ने की सूचना भी सामने आ है. इसके अतिरिक्त भरतपुर जिले में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जहां देर रात कई इलाकों में जोरदार बारिश के साथ आए आंधी-तूफान से कई जगह ग्रामीण इलाकों में छप्पर पोश मकान और टीनशेड उड़ गए. कई जगह बड़े-बड़े विशालकाय पेड़ धराशाई हुए और विद्युत पोल टूटने से कई जगह विद्युत सप्लाई भी बाधित हुई है. कई गांव में पीने के पानी की भारी किल्लत की समस्या भी सामने आ रही है.
डीडवाना में भारी बारिश और आंधी का कहर बिजली के खंभों पर देखने को मिला है. तूफान के कारण शहरी क्षेत्र में करीब 150 से ज्यादा बिजली के पोल और 10 विद्युत ट्रांसफार्मर धराशायी हो गए, जिससे बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई. तूफान हवाओं से पेड़ो से गिरकर हजारों पक्षियों के मरने की खबरें भी सामने आयी है. साथ ही क्षेत्र में तूफान से सैकड़ों पेड़ पौधे उखड़ गए. नागौर शहर मॆं मुसलाधार बारिश से शहर की सड़कों पर पानी जमा हो गयी. तेज अंधड़ के साथ मुसलाधार बारिश ने नागौर शहर व आसपास के इलाकों मॆं आफत मचा दी. करौली में आधी रात को आंधी और तेज बारिश से दर्जनों पेड़ और विद्युत पोल क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे विद्युत लाइन भी प्रभावित हुई है. वहीं कई स्थानों पर टीन शेड और छप्पर पोश घरों को भी नुकसान पहुंचा है.
जयपुर जिले के कोटपूतली में बीती रात बारिश के साथ कहर बरसा है. क्षेत्र में कई जगहों पर पेड़ गिरने से मकानों की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई. वहीं कई स्थानों पर टीन-टप्पर उड़ गए और अंधड़ से क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति भी बाधित हुई. चूरु जिले में काली-पीली धूलभरी आंधी और बारिश के साथ जिले के कई क्षेत्रों में ओलावृष्टि भी हुई. चने से बड़े आकार के ओले गिरने की जानकारी सामने आई है. क्षेत्र में अंधड़ और बारिश का दौर जारी है. ओलावृष्टि व अंधड़ से क्षेत्र में भारी नुकसान पहुंचने के साथ ही तापमान में गिरावट के चलते गर्मी से राहत मिली है. चित्तौड़गढ़ में आधी रात में मौसम बदलने से आसामन में काली घटाए घिर आई और बूंदाबांदी शुरू हो गई. आंधी के मद्देनजर शहर में बत्ती गुल हो गई. हालांकि लोगों को नोतपा में होने वाली गर्मी से राहत मिली है. झुंझुनूं के पिलानी में करीब घंटेभर तक जमकर मेघ बरसे, जिसके बाद बरसात के बाद चली हवाओं ने ठंड का अहसास करवाया और तापमान में गिरावट दर्ज की गई. वहीं कोचिंगनगरी कोटा में मौसम का मिजाज बिगड़ने से कई इलाकों में हल्की बारिश देखने को मिली है.