लोकसभा चुनाव से पहले बदले राजनीतिक माहौल के बाद कांग्रेस ने अब अपनी रणनीति में बदलाव कर दिया है. पार्टी अब दिग्गज मंत्रियों और विधायकों पर दांव खेलने के मूड में है. किन दिग्गजों पर खेला जा सकता है दांव और क्यों ? जानिए अंदर की पूरी कहानी.
विधानसभाध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी: इन्हें भीलवाड़ा से लोकसभा का टिकट देने पर विचार किया जा रहा है. जोशी 2009 में भीलवाड़ा से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं. भीलवाड़ा में कांग्रेस के पास मजबूत उम्मीदवार नहीं है. लिहाजा, सीपी जोशी पर दांव खेला जा सकता है. जोशी अभी राजसमंद के नाथद्ववारा से चुनाव जीते हैं. उल्लेखनीय है पूर्व में कांग्रेस ने मौजूदा विधायक और मंत्रियों को लोकसभा चुनाव मैदान में न उतारने का निर्णय किया था, लेकिन हाल ही में दिल्ली में हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद बदले हुए राजनीतिक माहौल को देखते हुए पार्टी ने अपने पुराने निर्णय को बदलकर अब मौजूदा विधायकों व मंत्रियों में से दिग्गत नेताओं पर दांव लगाने का निर्णय किया है. कमेटी की बैठक के बाद प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने इसके संकेत दिए थे. बाद में बैठक में शामिल रहे चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने इन संकेतों की पुष्टि भी की है. फोटो : न्यूज 18 राजस्थान ।
खान मंत्री प्रमोद जैन भाया: झालावाड़-बारां लोकसभा क्षेत्र से प्रमोद जैन भाया के नाम पर विचार किया जा रहा है. भाया की पत्नी उर्मिला जैन भी इस क्षेत्र से दावेदार हैं. इस सीट पर लंबे समय से कांग्रेस नहीं जीत पा रही है. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह लगातार तीन बार से यहां सांसद हैं. इससे पहले वसुंधरा राजे जीतती रही हैं. इस सीट पर पार्टी के पास जिताऊ चेहरा नहीं है.
सरकारी मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी: इन्हें जयपुर शहर से लोकसभा चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है. जोशी 2009 में यहां से सासंद का चुनाव जीत चुके हैं, लेकिन 2014 में हार गए थे. जयपुर में पार्टी के पास अभी निर्विवाद जिताऊ उम्मीदवार नहीं है. ऐसे में जोशी पर फिर दांव खेलने की रणनीति पर विचार चल रहा है.
चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा: अजमेर सीट से इन्हें चुनाव मैदान में उतारे जाने की सुगबुगाहट है. डॉ. शर्मा पिछले साल हुए अजमेर लोकसभा सीट के उपचुनाव में अजमेर से चुनाव जीते थे. उसके बाद अभी केकड़ी से विधानसभा चुनाव जीते हैं. अजमेर में मौजूदा दावेदारों पर सहमति नहीं है. लिहाजा, जिताऊ चेहरे के तौर पर डॉ. रघु शर्मा को उतारा जा सकता है.
कृषि मंत्री लालचंद कटारिया: इन्हें जयपुर ग्रामीण से टिकट देने पर विचार किया जा रहा है. लालचंद कटारिया 2009 में जयपुर ग्रामीण से सासंद जीत चुके हैं. वर्ष 2014 में कटारिया ने लोकसभा नहीं लड़ा था. इस बार विधानसभा का चुनाव में जयपुर के झोटवाड़ा से जीते हैं. जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में पार्टी के पास जिताऊ चेहरों का अभाव है. इसलिए कटारिया को मैदान में उतारने पर विचार चल रहा है.
राजस्व मंत्री हरीश चौधरी: हरीश चौधरी बाड़मेर से दावेदारी कर रहे हैं. बाड़मेर सीट पर मानवेंद्र सिंह भी प्रबल दावेदार हैं. मानवेंद्र सिंह को बाड़मेर की जगह अन्य सीट से लोकसभा का टिकट देने की हालत में ही हरीश के नाम पर यहां के लिए विचार किया जाएगा. इनके अलावा खिलाड़ीलाल बैरवा पर भी दांव खेला जा सकता है. बसेड़ी से विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा करौली-धौलपुर से दावेदार हैं. बैरवा 2009 में इस सीट से सासंद रह चुके हैं. इस सीट पर पार्टी के पास लक्खीराम बैरवा भी दावेदार हैं.
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