जैसलमेर में तीन मिसाइलों के मिस टारगेट होने से जिलेभर में सनसनी फैल गई है. अजासर व सत्याया में मिला दो मिसाइलों का मलबा मिला है. तीसरी मिसाइल की तलाश जारी है. (रिपोर्ट- रिपोर्ट: श्रीकांत व्यास)
जैसलमेर. भारत पाकिस्तान अंतरराष्टीय सीमा से सटे सीमावर्ती जिले जैसलमेर में मिसाइलों के मिस टारगेट होने से जिलेभर में सनसनी फैल गई. विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फिल्ड फायरिंग रेंज से तीन मिसाइल टारगेट से मिस होकर राह भटकी गई और तीन मे से दो मिसाइल जैसलमेर जिले की पोकरण विधानसभा की ग्राम पंचयतअजासर और सत्याया के पास आकर गिर गई.
वहीं एक मिसाइल की भारतीय सेना अब तक तलाश कर रही है. वहीं मिसाइल गिरने से आस पास के इलाके में हड़कप मच गया. हालांकि मिसाइल गिरने से किसी प्रकार की कोई जनहानि या नुकसान की अब तक कोई जानकारी नही मिली है.
मिसाइल गिरने की जानकारी मिलने के बाद पुलिसऔर सेना के अधिकारी मौके पर पहुंचे. जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में सेना के अभ्यास के दौरान तीन मिसाइल जमीन से हवा में फायर की गई थी, जो मिसफायर हो गईं. हवा में फायर की गई 3 मिसाइल जैसलमेर में अलग-अलग जगहों पर गिर गईं.मिस फायर से फील्ड फायरिंग रेंज से बाहर गिर गई जिसमे 2 मिसाइल का मलबा मिला गया है. वहीं तीसरी मिसाइल की तलाश अभी भी भारतीय सेना और पुलिस की टीम कर रही है.
जानकारी के अनुसार अभ्यास के दौरान शुक्रवार को तीन मिसाइल दागी गईं थीं, लेकिन मिस फायर की वजह से तीनों ही मिसाइल आसमान में ही फटीं और फील्ड फायरिंग रेंज के बाहर जाकर गिरीं. एक मिसाइल का मलबा फील्ड फायरिंग रेंज से बाहर अजासर गांव के पास काछब सिंह के खेत में मिला. वहीं दूसरी मिसाइल का मलबा सत्याया गांव से दूर सुनसान इलाके में मिला.
सेना के प्रवक्ता ने प्रेस नोट के माध्यम से बताया कि शुक्रवार को पीएफएफआर में फायरिंग करने वाली एक यूनिट के मिसाइल मिसफायर हुआ. उड़ान के दौरान सुरक्षित रूप से मिसाइल में विस्फोट हो गया, हालांकि किसी भी कर्मचारी, आमजनता और संपत्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ है.
मिसाइल का मलबा आसपास के खेतों में गिरा हुआ मिला और इस घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है.
वहीं पुलिस द्वारा बताया गया है कि पुलिस को फोन पर सूचना मिली कि सरहद अजासर व सत्याया में मिसाईलनुमा संदिग्ध वस्तु गिरी है. जिस पर पुलिस अधीक्षक भंवरसिंह नाथावत नेअजीतसिंह थानाधिकारी नाचना को मौके पर भेजा और स्वयं ने अजासर व सत्याया गांव के दोनो मौका का जायजा लिया. दोनों जगह मिली मिसाइल को सुरक्षित किया और नियमानुसार विभागों से समन्वय कर निस्तारण करने के निर्देश दिए गए.