जोधपुर के तिंवरी इलाके के किसान बीते दो बरसों से बड़ा कोटेचा बालरवा क्षेत्र में कसूरी मेथी की खेती में भाग्य आजमा रहे हैं. उनका यह प्रयास सफल भी हो रहा है. इस क्षेत्र की जलवायु और मिट्टी इस फसल के लिए अनुकूल है. कसूरी मेथी से इस इलाके के किसान अब लाखों रुपये कमा रहे हैं. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन विश्विद्यालय के आयुष चिकित्सक एवं प्रोफेसर डॉ. राजेश भारद्वाज ने मेथी के औषधीय गुण गिनाते हुए बताया कि मेथी के बीज में सैपोनिन और फाइबर की मात्रा भी ज्यादा होती है. यह हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है. इसकी सब्जी खाने से खून शुद्ध होता है. इसमें सभी जरूरी पोषक तत्त्व उपस्थित होते हैं. ये एनीमिया को रोकने में सहायक होते हैं.
अब इन गांवों के सैकड़ों किसान अपने खेतों में इन दिनों मेथी की कटाई के काम में जुटे हैं. कसूरी मेथी की फसल की बुआई अक्टूबर महीने में शुरू होती है. इसके बाद करीब 15 नवंबर से लेकर फरवरी तक इसकी फसल ली जाती है. इसकी एक बार बुवाई करने के बाद चार पांच बार फसल (पत्तियां) ली जा सकती है. यहां किसान औसतन प्रति बीघा एक लाख रुपये की आय लेने का दावा कर रहे हैं.
मेथी की खेत में जुटे किसानों के अनुसार अब इस क्षेत्र में भूजल काफी कम बचा है. इसके कारण बड़े-बड़े खेतों में सिंचाई संभवन नहीं है. छोटे-छोटे खेतों में ही खेती होती है. मेथी की फसल करने वाले एक किसान ने बताया कि उनके पास 30 बीघा का खेत है. लेकिन नलकूप में पानी केवल इतना ही है कि सिंचाई मात्र 20 फीसदी यानी 6 बीघा में ही होती है. ऐसे में मेथी से अच्छी आय हो जाती है.
जोधपुर के इस इलाके के करीब एक हजार बीघा में कसूरी मेथी की बुवाई की गई है. क्षेत्र के किसान इसकी सूखी पत्तियां नागौर लेकर जाते हैं. वहां एक नामी मसाले की प्रोसेसिंग यूनिट के साथ अनेक प्रोसेसिंग यूनिट हैं. वहां इसका अच्छा दाम मिल जाता है. नागौर से प्रोसेस होकर ये मेथी देश के कोने-कोने तक पहुंचती है.
कसूरी मेथी के अपना अलग स्वाद और सुगंध है. इसे पान मेथी भी कहा जाता है. क्वालिटी और फ्लेवर के हिसाब से इनके भाव अलग-अलग है. ये स्थानीय मार्केट में 100 रुपये लेकर 200 रुपये किलो तक बिकती है. वहीं ग्लोबल मार्केट में कंपनियां अपनी ब्रांड वेल्यू और क्वालिटी के हिसाब से ऊंचे दामों में बेचती देती है. किसान की ओर से बेचे जाने के के बाद इसके दाम 300 रुपये से 700 रुपये किलो तक हो जाते हैं. कसूरी मेथी के स्वाद, सुगन्ध और गुणवत्ता के बदौलत इंटरनेशनल फूड चेन भी इसका इस्तेमाल करते हैं. कसूरी मेथी के स्वाद का चस्का देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की जुबान पर चढ़ चुका है. विदेश के कई होटल और रेस्टोरेंट्स के शैफ अपनी सब्जियों को स्वादिष्ट और जायकेदार बनाने के लिए कसूरी मेथी इस्तेमाल करते हैं.
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