Dhirendra Krishna Shastri Controversy: बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की ओर से उदयपुर में नव संवत्सर के अवसर पर आयोजित धर्म सभा (Udaipur Dharma Sabha) में कुंभलगढ़ पर दिए गए विवादित बयान के बाद मामला बढ़ता जा रहा है. इस विवादित बयान के बाद उदयपुर की हाथीपोल थाना पुलिस ने स्वयं पर संज्ञान लेते हुए धीरेंद्र शास्त्री पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने से जुड़ा मामला दर्ज किया है. इसके विरोध में शनिवार को उदयपुर में जोरदार हंगामा हो गया. बागेश्वर धाम सरकार समर्थक सड़कों पर उतर आए और पांच घंटे तक रास्ता जाम करके रखा.
बागेश्वर धाम सरकार की ओर से दिए गया विवादित बयान के बाद राजसमंद जिले के केलवाड़ा थाना पुलिस ने कुंभलगढ़ में हंगामा कर रहे 5 युवकों को गिरफ्तार किया था. इन युवकों पर आरोप है कि धीरेंद्र शास्त्री के भड़काऊ भाषण को सुनने के बाद उनकी मंशा कुंभलगढ़ दुर्ग पर भगवा झंडे फहराने की थी. प्रदर्शनकारी धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ दर्ज किए गए मामले और केलवाड़ा में गिरफ्तार किए युवकों की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे.
विरोध प्रदर्शन के लिए उदयपुर में हिंदू समाज के कई युवा पहले कोर्ट चौराहे पर जमा हुए. उसके बाद पहले कलक्ट्रेट पर जंगी प्रदर्शन किया. फिर इन प्रदर्शनकारियों ने कोर्ट चौराहे को करीब 5 घंटे तक जाम कर दिया. सर्व हिंदू समाज के युवा धीरेंद्र शास्त्री पर मामला दर्ज होने और हिंदू समाज के 5 युवकों की गिरफ्तारी से आक्रोशित थे. प्रदर्शन के दौरान कोर्ट चौराहे पर संत समाज भी पहुंच गया.
चौराहे के बीच में ही भजन मंडली लगाई गई और अनूठे अंदाज में अपनी मांग को प्रशासन और सरकार तक पहुंचाया. करीब 5 घंटे तक कोर्ट चौराहा जाम रहा. इस बीच चौराहे पर अलग-अलग समूहों में हिंदू समाज के लोगों ने कहीं हनुमान चालीसा पढ़ा तो कहीं भगवान के भजन गाए गए. आक्रोशित युवाओं की बड़ी तादाद को देखते हुए वहां भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया था.
खुद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रशील ठाकुर पूरे समय मोर्चा संभाले रहे. इस दौरान करीब 5 बार प्रदर्शनकारियों से समझाइश की कोशिश की गई लेकिन वे मांगें पूरी नहीं होने तक आंदोलन खत्म नहीं करने पर अड़े रहे. प्रदर्शन के दौरान बीजेपी से जुड़े पदाधिकारी और हिंदू संगठनों के भी प्रतिनिधि मौजूद रहे. इस बीच कई घंटे के प्रदर्शन के बाद राजसमंद जिले से जब गिरफ्तार किए गए पांचों युवकों की जमानत होने की जानकारी आई तब कहीं जाकर विरोध कुछ कम हुआ. बाद में प्रशासन को ज्ञापन देने के साथ ही प्रदर्शन को खत्म किया गया.
सर्व हिंदू समाज की ओर से जिला प्रशासन और पुलिस को ज्ञापन देकर धीरेंद्र शास्त्री पर दर्ज एफआईआर को रद्द करने और राजसमंद में गिरफ्तार पांचों युवकों के मामले में भी सही जांच करते हुए एफआर लगाने की मांग की गई. हिंदू समाज ने पुलिस को चेतावनी दी है कि यदि इन मांगों को जल्द पूरा नहीं किया जाएगा तो इस बार उग्र आंदोलन किया जाएगा.