ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने भारत दौरे का अंत वनडे सीरीज में जीत के साथ किया है. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में लगातार चौथी बार हार झेलने वाली कंगारू टीम को खाली हाथ अपने देश नहीं लौटना पड़ेगा. भारत में इस साल होने वाले आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप से पहले टीम के बड़ी कामयाबी मिली है. एक तो टीम ने मेजबान को वनडे सीरीज में हराया और साथ ही एक ऐसे खिलाड़ी को टीम से बाहर करने की योजना में लगभग सफल हुए जो आगे आने वाले दिनों मे मुश्किलें पैदा कर सकता था.
भारतीय को उम्मीद के उलट वनडे सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने घर पर खेलते हुए हार का सामना करना पड़ा. टीम इंडिया सीरीज के तीसरे और निर्णायक मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 270 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी थी. पूरी टीम महज 248 रन पर ही ऑलआउट हो गई. 21 रन से मैच अपने नाम करने के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली.-AP
भारत में इसी साल आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप का आयोजन होना है. टीम इंडिया के लिए दुनियाभर में टी20 क्रिकेट में दनादन रन बरसाने वाले एक खिलाड़ी को ऑस्ट्रेलिया ने योजना बनाकर खामोश रखा. सूर्यकुमार यादव को लगातार तीन मैच की पहली गेंद पर आउट होकर वापस लौटना पड़ा. दो साल में टी20 क्रिकेट में धमाका करने वाले बल्लेबाज का ऐसे वनडे में फ्लॉप होना चर्चा का विषय बन गया है.-AP
भारत में आकर वनडे वर्ल्ड कप जीतने के लिए ऑस्ट्रेलिया की टीम ने अभी से प्लानिंग शुरू कर दी है. मां की बीमारी की वजह से कप्तान पैट कमिंस ऑस्ट्रेलिया लौटे और स्टीव स्मिथ के ऑस्ट्रेलिया का कप्तान बनाया गया. दुनिया के सबसे चालाक कप्तानों में से एक स्मिथ पर बॉल टैंपरिंग विवाद से बाद प्रतिबंध लगाया गया था. अब वो कप्तानी करने के लिए उपलब्ध हैं और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया उनको वनडे विश्व कप से पहले यह जिम्मेदारी दे सकता है. -AP
ऑस्ट्रेलिया की टीम ने सूर्यकुमार यादव के टी20 में किए गए प्रदर्शन को देखा है. वनडे में वो अपने करियर के शुरुआती दौर में हैं और इस वक्त उनके खिलाफ आसानी से योजना बनाई जा सकती है. ऑस्ट्रेलिया ने इसका फायदा उठाते हुए सूर्या के खिलाफ योजना बनाई और उनको तीनों ही मैच में वो बिना खाता खोले वापस भेजने में सफल हुए. -AP
सूर्यकुमार यादव ने टी20 में जैसा भूचाल मचाया है और जिस स्ट्राइक रेट से वो रन बनाते हैं वो किसी भी टीम की नींद उड़ाने के लिए काफी है. ऑस्ट्रेलिया ने वनडे में सूर्यकुमार को आत्मविश्वास हासिल करने से पहले ही उसकी कमजोरी पर वार कर उसको टीम से बाहर कर ने की साजिश की. लगातार 3 मैच में शून्य पर आउट होने के बाद किसी भी खिलाड़ी का प्लेइंग इलेवन में बने रहना मुश्किल हो जाता है. यही योजना कंगारू टीम की रही और वो सफल हुए. अब अगर वर्ल्ड कप की टीम में सूर्या नहीं होंगे तो भविष्य में ऑस्ट्रेलिया को इससे फायदा जरूर मिलेगा.-AP