बीते कुछ सालों में टीम इंडिया ने जिस तरह से विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में प्रदर्शन किया है उसे देखते हुए कंगारू भी सन्न हैं. यही वजह है कि अब छह साल बाद भारत में टेस्ट सीरीज खेलनी आई पैट कमिंस (Pat Cummins) एंड कंपनी टीम इंडिया को उन्हीं के घर पर चित करने के लिए छटपटा रही है.
नई दिल्ली. पैट कमिंस (Pat Cummins) की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम इस वक्त अपनी प्रचंड फॉर्म में है. हाल ही में साउथ अफ्रीका को अपने घर पर टेस्ट सीरीज में 2-0 से मात देने के बाद कंगारुओं के हौंसले बुलंद है. अब चार मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत को हराकर ऑस्ट्रेलियाई टीम बीती दो हार का हिसाब बराबर करना चाहती है. (AFP)
छह साल के लंबे इंतजार के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर टेस्ट सीरीज खेलने के लिए आई है. इसी बीच टीम इंडिया ने दो बार ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया. एक बार विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम और दूसरी बार विराट और अजिंक्य रहाणे ने मिलकर कंगारुओं को उनके ही घर पर चित कर दिया. (AFP)
इन दो सीरीज से पहले कोई एशियाई देश ऑस्ट्रेलिया को उन्हीं की धरती पर मात नहीं दे पाया था. ऐसे में ऑस्ट्रलियाई टीम पहले ही भारत के खिलाफ भरी बैठी है. वो पिछली दोनों हार का बदला लेने के इरादे से मैदान पर उतरेगी. (AFP)
अक्सर विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया की टीम पर टेस्ट सीरीज में भारी पड़ते दिखते हैं लेकिन इसी बीच एक ऐसा बॉलर भी है जो हमेशा से ही विराट पर हावी रहता है. भारत दौरे पर भी वो अपने इस शानदार प्रदर्शन को जारी रखना चाहेंगे. (AFP)
जी हां, हम बात कर रहे हैं ऑस्ट्रेलिया की टीम के मौजूदा कप्तान पैट कमिंस की. तेज गेंदबाज कमिंस का रिकॉर्ड विराट कोहली के खिलाफ बेहद मजबूत है. विराट कमिंस के सामने ना रन बना पाते हैं और ना ही ज्यादा देर टिककर बैटिंग कर पाते हैं. यह हम नहीं कह रहे बल्कि रिकॉर्ड यही गवाही देते हैं. (AFP)
साल 2017 से लेकर 2021 तक भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज के दौरान विराट कोहली और पैट कमिंस कुल 10 बार आमने-सामने आए हैं. कमिंस पांच बार विराट को अपनी स्विंग गेंदबाजी के दम पर चलता कर चुके हैं. (Twitter/ Cricket Australia)
साल 2018-19 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान दोनों देशो के बीच चार टेस्ट मैच खेले गए. कुल आठ पारियों में कमिंस ने तीन बार विराट कोहली को चलता किया. अपने करियर के दौरान विराट ने कमिंस का टेस्ट फॉर्मेट में 247 गेंदों का सामना किया था. वो इस दौरान 16 से अधिक की औसत से 82 रन ही बना पाए. (AFP)