Happy Birthday Yuvraj Singh: महान पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह 12 दिसंबर को अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं. युवराज का जन्म 12 दिसंबर साल 1981 में चंडीगढ़ में हुआ था. उनके पिता का नाम योगराज सिंह और पत्नी का नाम हेजल कीच है. युवराज का एक बेटा भी है, जिसका नाम ओरियन कीच सिंह है.
भारतीय टीम के महान पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) 12 दिसंबर को अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं. युवराज का जन्म 12 दिसंबर साल 1981 में चंडीगढ़ में हुआ था. उनके पिता का नाम योगराज सिंह और पत्नी का नाम हेजल कीच है. युवराज का एक बेटा भी है, जिसका नाम ओरियन कीच सिंह है. (AFP)
युवराज ने भारतीय टीम में वनडे प्रारूप से दस्तख दी. इसके बाद उन्होंने देश के लिए टेस्ट और टी20 क्रिकेट में भी शिरकत की. उन्होंने देश के लिए 402 इंटरनेशनल मुकाबले खेलते हुए 391 पारियों में 11778 रन बनाए हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट में उनके नाम 17 शतक और 71 अर्द्धशतक दर्ज है. (AFP)
वर्ल्ड कप 2011 की जीत में युवराज सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा था. उन्होंने अपने करियर में चार बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने हाथ में उठाया. इसमें टी20 वर्ल्ड कप 2007, वर्ल्ड कप 2011, अंडर 19 वर्ल्ड कप और अंडर 16 वर्ल्ड कप शामिल है. (Yuvraj Singh/Instagram)
महान ऑलराउंडर ने सीनियर लेवल पर कुल सात आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले खेले. जिसमें तीन चैंपियंस ट्रॉफी, दो वर्ल्ड कप और दो टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले शामिल हैं. (Yuvraj Singh/Instagram)
युवराज सिंह के नाम टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में पहले पहल छह गेंदों पर छह छक्के लगाने का रिकॉर्ड दर्ज है. उन्होंने टी20 वर्ल्ड कप 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर में लगातार छह गेंदों पर छह छक्के लगाए थे. इस मुकाबले में उन्होंने महज 12 गेंद में अर्द्धशतक जड़ा था. (AFP)
साल 2011 का वर्ल्ड कप भारत में खेला गया. क्रिकेट के इस महाकुंभ में भारतीय टीम खिताब अपने नाम करने में कामयाब रही. टीम की जीत में युवराज सिंह का अहम योगदान रहा. उन्होंने टीम के लिए 90 से ज्यादा की औसत से 362 रन बनाए. वहीं गेंदबाजी के दौरान 15 विकेट अपने नाम किया. पूरे टूर्नामेंट के दौरान उम्दा प्रदर्शन के लिए उन्हें 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' का अवॉर्ड मिला. (Yuvraj Singh/Instagram)
वर्ल्ड कप 2011 के दौरान युवराज कैंसर जैसी घातक बिमारी से जूझ रहे थे. लेकिन टूर्नामेंट के दौरान उन्होंने किसी को इस बात की भनक तक नहीं लगने दी. वे खून की उल्टियां करते रहे और भारतीय टीम के लिए गेंद व बल्ले से कमाल करते रहे. (Yuvraj Singh/Instagram)
करियर के आखिरी पलों में उन्हें चयनकर्ताओं से काफी शिकायतें रहीं. उन्होंने संन्यास का ऐलान करते हुए कहा, अच्छा प्रदर्शन करने और चयन के मापदंड़ो पर खरा उतरने के बावजूद उन्हें मौका नहीं मिला. उन्होंने साफतौर पर कहा कि चयनकर्ताओं की ओर से उन्हें कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया था. (Yuvraj Singh/Instagram)