महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) पर यह आरोप लगते रहे हैं कि उन्होंने युवराज सिंह (Yuvraj Singh) का करियर खत्म कर दिया. विश्व कप 2011 फाइनल में धोनी बैटिंग के लिए युवराज के रेगुलर स्थान नंबर-5 पर आए थे. इसे लेकर बखेड़ा खड़ा हो गया था.
नई दिल्ली. महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय क्रिकेट के सबसे सफलतम कप्तान के रूप में जाना जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि माही ने जो अपने करियर के दौरान किया वो अन्य कोई नहीं कर पाया. धोनी ने भारत को पहला टी20 विश्व कप जितवाया. इसके बाद 2011 में भारतीय टीम पहली बार 50 ओवरों के विश्व कप की चैंपियन बनी. इसके दो साल बाद भारत ने आईसीसी चैंपियन ट्रॉफी पर भी कब्जा किया. (AFP)
केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि धोनी आईपीएल के दौरान भी काफी सफल रहे. आईपीएल इतिहास की सबसे सफल फ्रेंचाइजी में धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स का नंबर भी आता है. सीएसके को अब धोनी के उत्तराधिकारी तलाश है. (Twitter/ IPL)
क्रिकेट जगत में अक्सर माही को युवराज सिंह के विरोधी के रूप में पेश किया जाता है. स्वयं युवी के पिता योगराज सिंह भी कई मौकों पर यह कह चुके हैं कि उनके बेटे का करियर धोनी ने बर्बाद कर दिया. इन आरोपों पर कभी भी धोनी की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है. धोनी किसी भी विवाद में पड़ने से अक्सर बचते नजर आते हैं. (AP)
धोनी का युवराज सिंह से जुड़ा एक विवाद वर्ल्ड कप 2011 फाइनल का भी है. इस मैच में युवराज सिंह नंबर-5 पर खेलने नहीं आए थे. युवी पूरे टूर्नामेंट के दौरान शानदार फॉर्म में थे और वो वर्ल्ड कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी बने. फिर भी भारतीय टीम द्वारा जल्द विकेट गंवाने पर धोनी स्वयं नंबर-5 पर खेलने उतरे. (AP)
इसे लेकर काफी विवाद भी हुआ कि आखिर इन-फॉर्म युवराज सिंह को छठे स्थान पर बैटिंग के लिए धकेलने की धोनी को क्या जरूरत थी. माही ने कभी इसे लेकर भी सफाई पेश नहीं की. अब वीरेंद्र सहवाग ने इसके पीछे की वजह को बताया है. वीरू का कहना है कि सचिन तेंदुलकर के कहने पर धोनी खुद नंबर-5 पर बैटिंग के लिए गए थे. (AFP)
वीरेंद्र सहवाग ने बताया, “जल्द दो विकेट गिरने के बाद सचिन ने मुझे कहा था कि मैं धोनी को जाकर समझाऊं कि अगर बाएं हाथ का बैटर आउट होता है तो युवराज सिंह अपने स्थान पर खेलें. अगर बाएं हाथ का बैटर आउट होता है तो फिर धोनी स्वयं बैटिंग के लिए उतरें. ऐसा इसलिए ताकि दाएं और बाएं हाथ का एक बैटर हर वक्त क्रीज पर रहे.” (PTI)
वीरू ने कहा, “मैंने सचिन को कहा कि आप खुद ही धोनी को यह बात बोलें. सचिन ने धोनी को ये बात बताई तो फिर वो कोच गैरी कर्स्टन के पास सलाह लेने गए. इसके बाद उन्होंने खुद पैड पहन लिए. इत्तेफाक से अगला विकेट विराट कोहली का गिरा. जिसके चलते धोनी बैटिंग के लिए गए.” (AP)