महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने इस बैटर के बारे में कहा था कि वो टीम इंडिया में किसी भी स्थान पर खेल सकता है. अंतरराष्ट्रीय करियर खत्म होने के बाद माही ने अपने इस पुराने दोस्त को चेन्नई सुपर किंग्स में भी मौका दिया. उनका इस साथी का नाम रॉबिन उथप्पा (Robin Uthappa) है. वो टी20 विश्व कप 2007 जीतने में भी धोनी की मदद कर चुका है.
नई दिल्ली. भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का हेलीकॉप्टर शॉट काफी पॉपुलर हुआ. माही के बाद कई अन्य क्रिकेटर्स को भी उन्हीं की तर्ज पर पैरों के पास जड़ में आती हुई गेंद पर छक्का लगाते हुए देखा गया. भारत को तीन आईसीसी ट्रॉफी दिलाने वाले धोनी लंबे वक्त तक इसी शॉट की मदद से शानदार गेंद पर भी छक्का लगाते हुए नजर आए. (PTI)
धोनी की तर्ज पर ही पूर्व ओपनिंग बैटर रॉबिन उथप्पा का शॉट भी फेमस हुआ था. पिच पर टहलते हुए आगे की तरफ आना और फिर शानदान तरीके से गेंद को चौके और छक्के के लिए रसीद कर देना काफी चर्चा का विषय बना था. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके रॉबिन उथप्पा को इन दिनों दुनिया भर की क्रिकेट लीग में खेलते हुए नजर आते हैं. बीते दिनों वो यूएई की इंटरनेशनल लीग टी20 में दुबई कैपिटल्स के लिए खेलते हुए दिखे थे. इन दिनो वो कॉमेंट्री के क्षेत्र में भी हाथ आजमा रहे हैं. (AP)
रॉबिन उथप्पा ने जिस आक्रामकता के साथ भारतीय टीम में डेब्यू किया था. वो इसे बरकरार नहीं रख पाए. साल 2006 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले उथप्पा 2008 में लापता हो गए. 2011 में उनकी टी20 में वापसी हुई. वनडे में वापसी करने के लिए उन्हें छह साल लंबा इंतजार करना पड़ा. (AFP)
रॉबिन उथप्पा को महेंद्र सिंह धोनी का शार्गिद कहा जाए तो यह गलत नहीं होगा. धोनी के नेतृत्व में वो टीम इंडिया में खेले. एक वक्त ऐसा भी था जब माही ने यह कह दिया था कि उथप्पा एक ऐसे खिलाड़ी है जिसे टीम में नंबर-1 से लेकर छठे व सातवें स्थान कहीं भी खिलाया जा सकता है. (Twitter/ICC)
हालांकि अपने इस बयान के तीन मैच बाद ही माही ने उथप्पा को वनडे से बाहर कर दिया था. फिर 2014 में उकनी इस फॉर्मेट में वापसी हुई. उथप्पा 2007 टी20 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा थे. उन्होंने इस दौरान शानदार प्रदर्शन किया था. पाकिस्तान के खिलाफ मैच में बॉलआउट के दौरान भी उथप्पा सफलतापूर्वक गेंद को विकेट पर मारने में सफल रहे थे. (AFP)
रॉबिन उथप्पा ने साल 2015 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना आखिरी मुकाबला खेला था. इसके बाद 2022 में उन्होंने औपचारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया. यह कहना गलत नहीं होगा कि उथप्पा के करियर को खराब करने में धोनी की बड़ी भूमिका है. उथप्पा के बल्लेबाजी क्रम को बार-बार बदला गया जिसके चलते वो किसी भी नंबर पर खुद को स्थापित नहीं कर पाए. (AFP)
रॉबिन उथप्पा ने अपने करियर में कुल 46 वनडे मैच खेले. इनमें से 16 मैचों में वो ओपनिंग करते नजर आए. सात मैचों में वो नंबर-3 पर खेले. पांच मैचों में उथप्पा को पांचवें स्थान पर खिलाया गया. छह बार छठे और आठ बार सातवें नंबर पर उथप्पा खेले. यही वजह है कि उनका खेल बुरी तरह से बिगड़ गया. (AFP)