भारत ने 18वें एशियाई खेलों में 15 स्वर्ण, 24 रजत और 30 कांस्य के साथ कुल 69 पदक जीते हैं, जो कि इन खेलों में उसका सबसे अच्छा प्रदर्शन है. जबकि अपनी मेजबानी में हुए पहले संस्करण में भारतीय खिलाड़ियों ने 15 स्वर्ण, 16 रजत और 20 कांस्य के साथ कुल 51 पदक जीतकर तालिका में दूसरा स्थान हासिल किया था. वहीं कुल पदकों के मामले में भी भारत ने 2010 एशियाई खेलों की पीछे छोड़ दिया. तब भारत ने कुल 65 पदक जीते थे. यही नहीं, जकार्ता में भारत के लिए सबसे अधिक 19 पदक (सात स्वर्ण, 10 रजत और दो कांस्य) एथलेटिक्स में आए हैं.
बजरंग पूनिया ने 18वें एशियाई खेलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए पुरुषों की 65 किलोग्राम फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल में जापान के दाइजी ताकातानी को 11-8 से मात देकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया. बजरंग ने इंचियोन-2014 में खेले गए एशियाई खेलों में रजत पदक अपने नाम किया था. इस बार वह अपने पदक का रंग बदलने में सफल रहे.
तजिंदरपाल सिंह तूर ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 18वें एशियाई खेलों में शॉट पुट स्पर्धा का गोल्ड मेडल जीता. तूर ने एशियाई रिकॉर्ड के साथ पहला स्थान हासिल किया. 23 साल के तजिंदरपाल ने पहले प्रयास में 19.96, दूसरे प्रयास में 19.15 मीटर का थ्रो किया. हालांकि तीसरा प्रयास उनका फाउल रहा. लेकिन उन्होंने चौथे प्रयास में 19.96 और पांचवें प्रयास में 20.75 का रिकॉर्ड थ्रो किया.
विनेश ने महिलाओं की 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल में जापान की इरि युकी को मात देकर 18वें एशियाई खेलों में पहला स्वर्ण पदक हासिल किया. विनेश एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला पहलवान बनी हैं. इससे पहले उन्होंने 2014 में इंचियोन एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था.
अर्पिदर सिंह ने पुरुषों की ट्रिपल जंप स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया. उन्होंने फाइनल में 16.77 मीटर की सर्वश्रेष्ठ छलांग के साथ सोने का तमगा हासिल किया. वह फाइनल में अच्छी शुरुआत नहीं कर पाए और पहले प्रयास में फाउल कर बैठे, लेकिन दूसरी बार में उन्होंने 16.58 मीटर की छलांग लगाई. तीसरे प्रयास में अर्पिंदर ने दमदार प्रदर्शन किया और 16.77 मीटर की दूरी तय की. इस प्रयास के बाद हालांकि दो प्रयास बचे हुए थे लेकिन बाकी प्रतिस्पर्धियों की छलांग से लग गया था कि अर्पिदर स्वर्ण अपने नाम कर लेंगे. अगले प्रयास में उन्होंने 16.08 मीटर की छलांग लगाई. चौथे एवं पांचवें प्रयास में फाउल कर बैठे लेकिन कोई भी खिलाड़ी उनकी 16.77 मीटर की छलांग से आगे नहीं निकल पाया.
भारत के युवा मुक्केबाज 22 साल के अमित पंघल ने एशियाई खेलों में उम्मीदों को पूरा करते हुए पुरुषों की 49 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम किया है. राष्ट्रमंडल खेलों में रजत जीतने वाले अमित ने खेलों के 14वें दिन रियो ओलम्पिक-2016 के रजत पदक विजेता उज्बेकिस्तान के हसनबॉय दुसामाटोव को बेहद रोचक और कड़े मुकाबले में 3-2 से मात देकर एशियाई खेलों में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता.
स्वप्ना बर्मन ने महिलाओं की हेप्टाथलान में अपने वर्चस्व दिखाते हुए स्वर्णिम चमक बिखेरी. स्वप्ना ने कुल सात स्पर्धा के बाद 6026 अंकों के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया. उन्होंने 100 मीटर रेस में हीट-2 में 981 अंक, गोला फेंक में 707 अंक, 200 मीटर रेस में 790 अंक, लंबी कूद में 865 अंक व भाला फेंक में 872 अंक लिए. स्वप्ना पहली भारतीय महिला हैं जिन्होंने हेप्टाथलान में स्वर्ण पदक जीता है.
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