AC ठंडी हवा देता है और फ्रिज चीजों को ठंडा करने के काम आता है. ज्यादातर एयर कंडीशनर में स्टेबलाइजर की जरूरत होती ही है. चाहे वो इन्वर्टर हो या नॉन-इन्वर्टर. खासकर तब इसकी जरूरत ज्यादा होती है जब वोल्टेज में उतार-चढ़ाव ऑपरेटिंग वोल्टेज लिमिट से बाहर हो जाता है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि फ्रिज के लिए स्टेबलाइजर की जरूरत होती है या नहीं.
आजकल मॉडर्न रेफ्रिजरेटर इस तरह से डिजाइन किए जाते हैं कि ये 100-290 Volts की वाइड रेंज में ऑपरेट कर सकें. ऐसे में इनमें अलग से वोल्टेज स्टेबलाइजर लगाने की जरूरत नहीं होती है. (Image- Pexel)
हालांकि, अगर आप किसी ऐसी जगह पर रहते हैं जहां इले्क्ट्रिसिटी सप्लाई में उतार-चढ़ाव होता रहता हो या वोल्टेज एकदम से बढ़ या घट जाता हो. तो ऐसे में वोल्टेज स्टेबलाइजर इस्तेमाल करना सही साबित हो सकता है. ताकी रेफ्रिजरेटर को किसी नुकसान से बचाया जा सके. (Image- Pexel)
वोल्टेज स्टेबलाइजर रेफ्रिजरेटर में वोल्टेज सप्लाई को रेगुलेट करने के काम आता है. ये सुनिश्चित करता है कि फ्रीज सेफ लिमिट के भीतर रहे. ऐसे में ये रेफ्रिजरेटर के इलेक्ट्रिक कंपोनेंट्स को डैमेज होने से बचाता है. इन कंपोनेंट्स को रिप्लेस या रिपेयर करने में काफी पैसा लग सकता है. (Image- Pexel)
यानी एक तरह से कहा जाए तो अगर आप उस किसी ऐसी जगह पर रहते हैं जहां बिजली की सप्लाई में ज्यादा उतार-चढ़ाव होता रहता है तो अपने फ्रिज के साथ वोल्टेज स्चेबलाइजर जरूर इस्तेमाल करें. (Image- Pexel)
लेकिन, अगर आपके एरिया में इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई की कोई दिक्कत नहीं होती है. यानी स्टेबल सप्लाई रहती है तो आप स्टेबलाइजर की जरूरत नहीं पड़ेगी. साथ ही अगर आपका फ्रिज में वोल्टेज स्टेबलाइजेशन के लिए किसी तरह का फीचर नहीं है तब भी आपको इसकी जरूरत होगी. (Image- Pexel)