रिपोर्ट: हरिकांत शर्मा/Agra News: इन ट्रेनों में ‘रीजेनरेटिव ब्रेकिंग’ का फ़ीचर होगा, जिसकी मदद से ट्रेनों में लगने वाले ब्रेक्स के माध्यम से 35% तक ऊर्जा को रीजेनरेट करके फिर से सिस्टम में इस्तेमाल कर लिया जाएगा.
Agra Metro: जिस रफ्तार से आगरा मेट्रो का काम चल रहा है उस हिसाब से आगरा वासियों का मेट्रो में घूमने का सपना 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है. अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस आगरा मेट्रो डिपो में पहुंच चुकी है, तो वहीं गुजरात में बन रही बेहद खूबसूरत मेट्रो की दूसरी खेप भी आगरा में आ चुकी है.
आगरा मेट्रो के अनुसार हर महीने दो मेट्रो ट्रेन आगरा लाई जाएंगी. शुरुआत में 6 ट्रेन चलाने की योजना है. ऐसे में आप भी जान लीजिए कि आगरा शहर की मेट्रो ट्रेन कितनी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी?
इन ट्रेनों में ‘रीजेनरेटिव ब्रेकिंग’ का फ़ीचर होगा, जिसकी मदद से ट्रेनों में लगने वाले ब्रेक्स के माध्यम से 35% तक ऊर्जा को रीजेनरेट करके फिर से सिस्टम में इस्तेमाल कर लिया जाएगा. वायु-प्रदूषण को कम करने के लिए इन ट्रेनों में अत्याधुनिक ‘प्रॉपल्सन सिस्टम’ भी मौजूद होगा.
इन ट्रेनों में कार्बन-डाई-ऑक्साइड सेंसर आधारित एयर कंडीशनिंग सिस्टम होगा, जो ट्रेन में मौजूद यात्रियों की संख्या के हिसाब से चलेगा और ऊर्जा की बचत करेगा.
ऑटोमैटिक ट्रेन ऑपरेशन को ध्यान में रखते हुए ये ट्रेनें संचारित आधारित ट्रेन नियंत्रण प्रणाली से चलेंगी. आगरा मेट्रो की ट्रेनों की यात्री क्षमता 974 यात्रियों की होगी. इन ट्रेनों की डिजाइन स्पीड 90 किमी./घंटा और ऑपरेशन स्पीड 80 किमी./घंटा तक होगी.
ट्रेन के पहले और आखिरी कोच में दिव्यांगजनों की व्हीलचेयर के लिए अलग से जगह होगी. व्हीलचेयर के स्थान के पास ‘लॉन्ग स्टॉप रिक्वेस्ट बटन’ होगा, जिसे दबाकर दिव्यांगजन ट्रेन ऑपरेटर को अधिक देर तक दरवाजा खुला रखने के लिए सूचित कर सकते हैं ताकी वे आराम से ट्रेन से उतर सकें.
ट्रेनों में फायर एस्टिंग्यूशर (अग्निशमन यंत्र), स्मोक डिटेक्टर्स और सीसीटीवी कैमरे आदि भी लगें होंगे. आगरा मेट्रो ट्रेनें थर्ड रेल यानी पटरियों के समानान्तर चलने वाली तीसरी रेल से ऊर्जा प्राप्त करेंगी, इसलिए इसमें खंभों और तारों के सेटअप की आवश्यकता नहीं होगी और बुनियादी ढांचा बेहतर और सुंदर दिखाई देगा. इन ट्रेनों को अत्याधुनिक फायर और क्रैश सेफ्टी के मानकों के आधार पर डिजाइन किया गया ह...
हर ट्रेन में 24 सीसीटीवी कैमरे होंगे, जिनका विडियो फ़ीड सीधे ट्रेन ऑपरेटर और डिपो में बने सेंट्रल सिक्यॉरिटी रूम में पहुंचेगा. हर ट्रेन में 56 यूएसबी (USB) चार्जिंग पॉइंट्स भी होंगे. इन्फोटेनमेंट के लिए हर ट्रेन में 36 एलसीडी पैनल्स भी होंगे. टॉक बैक बटन: इस बटन को दबाकर यात्री आपात स्थिति में ट्रेन ऑपरेटर से बात कर सकते हैं. यात्री की लोकेशन और सीसीटीवी का फुटेज सीधे ट्रेन ऑपरेटर के पा...
आगरा में मेट्रो ट्रेन निर्धारित समय सीमा के तहत पहुंची है और उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन की कोशिश है कि अगले वर्ष के प्रारम्भ में ही आगरा वासिओं को मेट्रो सेवा मुहैया हो जाये. इसी के मद्देनजर आगरा में प्रायोरिटी कोरिडोर में मेट्रो निर्माण को तेज़ करके 6 माह पहले ही मेट्रो परिचलन का लक्ष्य रखा गया है.
ताजनगरी आगरा में 8379.62 करोड की लागत से 29.4 कि.मी लंबे दो मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है. ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच बन रहे प्रथम कॉरिडोर में कुल 13 स्टेशन हैं, जिसमें कि 6 ऐलिवेटिड व 7 भूमिगत स्टेशन हैं. वहीं, आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच बनने वाले दूसरे कॉरिडोर में 14 ऐलिवेटिड स्टेशन होंगे. फिलहाल, ताज ईस्ट गेट से जामा मस्जिद के बीच प्रयोरिटी कॉरिडोर का न...