उत्तर प्रदेश के कुंभ मेला प्राधिकरण के ‘पेंट माई सिटी’ अभियान के तहत प्रयागराज में 7664 लोगों ने हाथ की छाप से ‘जय गंगे’का चित्र बनाकर साउथ कोरिया का विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया. शहर की 20 लाख वर्ग फीट क्षेत्रफल में फैली दीवारों पर 7664 लोगों ने हस्तलिपि छापकर चित्रकारी में विश्व रिकॉर्ड बनाया. प्रयागराज कुंभ मेला प्राधिकरण के द्वारा कुंभ आयोजन को भव्य एवं दिव्य बनाने के लिए विभिन्न कार्य कराए गए हैं, जिसमें पेंट माई सिटी के तहत शहर की दीवारों पर कराई गई चित्रकारी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है.
इन दीवारों में मुख्य रूप से सरकारी दीवारों, सेतुओं, चौराहों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टेशनों आदि स्थलों की दीवारों वृहदस्तर पर चित्रकारी की गई है. पेंट माई सिटी अभियान में स्कूली छात्र-छात्राओं, सुरक्षाकर्मियों, संतों-महात्माओं, सफाईकर्मियों, नन्हे-मुन्ने बच्चों, वृद्धजनों, विभिन्न संस्थाओं के स्वयंसेवकों तथा बड़े जनसमूह ने हस्तलिपि चित्रकारी में भाग लिया.
प्रयागराज मेला प्राधिकरण के द्वारा पेंट माई सिटी के अन्तर्गत की गयी चित्रकारी को विश्व पटल पर प्रदर्शित करने के लिए गंगा पण्डाल में एक हस्तलिपि चित्रकारी का कार्यक्रम आयोजित किया गया था जो शुक्रवार सुबह ठीक 10.00 बजे शुरू किया गया तथा सायं लगभग 06.00 बजे तक लगातार पेंटिग वाल पर विभिन्न स्कूलों के छात्रों एवं छात्राओं तथा अनेक संस्थाओं के स्वयंसेवकों ने भारी जनसमूह के रूप में प्रतिभाग किया.
इस कार्यक्रम की पूरी मॉनिटरिंग गिनीज बुक रिकॉर्ड के निर्णायक मण्डल के प्रमुख श्री ऋषिनाथ के द्वारा की जा रही थी. इस हस्तलिपि चित्रकारी में समाज के हर वर्ग ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया, जिसमें मुख्य रूप से विदेशी पर्यटक, सुरक्षा बलों के जवान, स्वच्छाग्रही, आमजन, छोटे बच्चे तथा वृद्ध लोगों ने भी बड़े उत्साह के साथ अपने हाथों की छाप पेंटिग वाल पर लगाई.
चित्रकारी के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ने के बाद मौके पर उपस्थित मण्डलायुक्त डॉ. आशीष कुमार गोयल, एडीजी एसएन साबत, मेलाधिकारी विजय किरन आनन्द, डीआईजी कुंभ केपी सिंह ने उपस्थित लोगों को बधाई दी तथा इस अवसर पर मण्डलायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, डीआईजी कुंभ तथा अन्य अधिकारियो ने भी वाल पेंटिग में अपने हाथों की छाप लगाई.
मण्डलायुक्त ने प्रशंसा करते हुए कहा कि 503 शटल बसों के एक साथ संचालन को विश्व पटल पर प्रदर्शित करने के बाद दूसरा यह अवसर है कि हस्तलिपि चित्रकारी भी विश्व पटल पर प्रदर्शित की गई है. उन्होंने बताया कि पेंट माई सिटी के अन्तर्गत करायी गई चित्रकारी में लगातार 7 हजार से अधिक लोगों ने अपने हाथों की छाप डालकर इस विश्व रिकॉर्ड को बनाने में अपना योगदान दिया है.
मण्डलायुक्त डॉ. आशीष कुमार गोयल ने कहा कि उन्होंने कहा कि विश्व पटल में पेंट माई सिटी की चित्रकारी को स्थान मिलने से पूरे विश्व को चित्रकारी के माध्यम से प्रयागराज की आध्यामिक, सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक पहलुओं की जानकारी मिलेगी तथा वहां के लोगों को प्रयागराज कुंभ में की गई विश्व स्तर की व्यवस्था को प्रदर्शित एवं प्रसारित भी करेगा.
मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने कहा कि पेंट माई सिटी के अंतर्गत शहर की विभिन्न दीवारों में चित्रकारी कराई गई है, जो आने वाले लोगों को भारतीय संस्कृति का परिचय करा रही है. उन्होंने कहा कि विश्व पटल पर हस्तलिपि की छाप पड़ने से यहां की संस्कृति, यहां की विरासत, यहां की आध्यामिकता को नई पहचान मिलेगी तथा पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. चित्र में कुंभ का विहंगम दृश्य दिखाई दे रहा है.
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