लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में हुए अजीत सिंह हत्याकांड (Ajit Singh Murder Case) में लखनऊ पुलिस ने साजिश का खुलासा कर दिया है. मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी हो गई हैं, वहीं घटना को अंजाम देने वाले शूटर्स का भी पता चल गया है. लखनऊ पुलिस का दावा है कि इस हत्या की पूरी साजिश जेल में बंद ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू और अखंड प्रताप सिंह ने रची.
पुलिस के अनुसार ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू और अखंड प्रताप सिंह के आजमगढ़ जेल में बंद रहने और मुख्तार अंसारी की शह मिलने के चलते मऊ का पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह पूर्वांचल के एक हिस्से में मजबूत हो रहा था. वहीं पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू की हत्या के मामले में अजीत सिंह की गवाही भी होनी थी. इस हत्या के मामले में ही कुंटू सिंह जेल में बंद है. अजीत की गवाही से कुंटू की मुश्किलें बढ़ना तय माना जा रहा था. लिहाजा कुंटू और अखंड ने मिलकर अजीत को रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया. इसके लिए चंदौली के शार्प शूटर संदीप सिंह उर्फ बाबा से संपर्क किया गया.
संदीप सिंह ने वाराणसी से एक लाख के इनामी शार्प शूटर कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरधारी लोहार उर्फ डॉक्टर से संपर्क किया और दो शार्प शूटर्स का इंतजाम करने को कहा. गिरधारी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जय-वीरू के नाम से कुख्यात सुनील भाटी गैंग के राजेश तोमर उर्फ जय और मुस्तफा उर्फ वीरू को वारदात के लिए तैयार किया. (फोटो- डॉक्टर)
अजीत की हत्या के लिए 6 जनवरी का दिन तय किया गया. शाम से ही तीन बाइक पर सवार होकर शार्प शूटर्स अजीत की तलाश में निकल गए. एक बाइक पर गिरधारी और रवि यादव, दूसरी पर संदीप बाबा और अंकुर, एक बाइक पर जय और वीरू सवार थे. (फोटो- संदीप सिंह)
देर शाम करीब 8:30 बजे अजीत अपने साथी मोहर के साथ विभूति खंड इलाके के कठौता चौराहे पर अपनी ब्लैक बुलेटप्रूफ स्कॉर्पियो से हुक्के का फ्लेवर लेने उतरा. हुक्के का फ्लेवर लेकर अजीत अपनी गाड़ी में बैठने ही वाला था कि तभी हर तरफ से घेरकर इन शूटर्स ने अजीत पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, अजीत मौके पर ही ढेर हो गया. वहीं शूटआउट में किसी अपने की गोली से राजेश तोमर उर्फ जय भी घायल हो गया. (फोटो- राजेश तोमर)
अजीत पर गोलियां बरसाकर गिरधारी और रवि यादव एक तरफ निकल गए तो जय-वीरू और अंकुर संदीप बाइक से कमता बस अड्डे पहुंचे. बस अड्डे पर बाइक खड़ी की और वहां पर पहले से ही अपनी लाल डस्टर कार में मौजूद बंधन के साथ बैठकर भाग निकले. गोमतीनगर के अलकनंदा अपार्टमेंट के पास घायल जय का शुरुआती इलाज करवाया. जिसके बाद संदीप रोडवेज बस में बैठकर अंबेडकरनगर चला गया. (फोटो: बरामद डस्टर गाड़ी)
घायल जय का इलाज कराने के लिए अंकुर और वीरू सुल्तानपुर चले गए. सुल्तानपुर में शुरुआती इलाज करा कर अलीगढ़ के रास्ते नोएडा निकल गए. उधर राजधानी में हुए सनसनीखेज हत्याकांड के बाद लखनऊ पुलिस ने पूरे प्रदेश में ताबड़तोड़ दबिश शुरू कर दी. (फोटो: मुस्तफा उर्फ वीरू)
पुलिस की सरगर्मी से घबराया गिरधारी उर्फ डॉक्टर नई दिल्ली की तरफ निकल गया, जहां नई दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. वारदात की जगह, कमता बस अड्डे और सुल्तानपुर के अस्पताल से मिले शूटर्स के सीसीटीवी फुटेज लखनऊ पुलिस ने जुर्म की दुनिया के दिग्गजों को दिखाए गए तो जय-वीरू और संदीप सिंह बाबा की शिनाख्त हुई. जिसके बाद से लखनऊ पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी की और अंबेडकर नगर में छिपे संदीप सिंह बाबा को गिरफ्तार कर लिया.
संदीप सिंह की निशानदेही पर एक पिस्टल, पांच कारतूस भी बरामद हुए हैं. पुलिस की पूछताछ में संदीप सिंह ने बताया की कुंटू और अखंड के कहने पर ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है. अब पुलिस गिरधारी को रिमांड पर लाकर पूछताछ करने की तैयारी कर रही है. वहीं जय-वीरू, रवि यादव और अंकुर की गिरफ्तारी के लिए दबिश भी जारी है.
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