उत्तर प्रदेश में महाराजगंज जिले के पुरंदरपुर थाना के लक्ष्मीपुर क्षेत्र के निकट ग्राम पंचायत कोल्हुआ शिव मंदिर परिसर में एक फ्रांसीसी परिवार कोरोना के कारण हुए लॉक डाउन के चलते पिछले 21 मार्च से ही यहां रह रहा है. ये फ्रांसीसी परिवार टूरिस्ट वीजा पर बीते एक मार्च 2020 को पाकिस्तान से बाघा बॉर्डर होते हुए भारत में आया था. नेपाल जाते समय लॉकडाउन हो गया और भारत-नेपाल सीमा सील हो गई, जिसके बाद से यह महाराजगंज में ही रह रहा है. (Photo: Twitter)
मोटर मैकेनिक पैट्रिस पल्लेरेज अपनी पत्नी वर्जिनिया, बेटियां ओफेली और लोला और बेटा टॉम के साथ सोमवार को डीएम से मिलने पहुंचे. यहां फ्रांसीसी परिवार डीएम से वार्ता कर उत्तराखंड जाने की अनुमति मांगी. डीएम ने उनके आवेदन को उच्चाधिकारियों को भेज दिया. (Photo: News 18)
वार्ता के दौरान जिलाधिकारी ने फ्रांसीसी परिवार के सभी सदस्यों से बातचीत कर उनके भारत अनुभव के बारे में पूछा. कहां-कहां भ्रमण किए? यहां उनको कैसा लग रहा है? साथ ही समस्या के बारे में भी पूछा. (Photo: News 18)
पैट्रिज पल्लेरेज ने बताया कि भारत भ्रमण कर बहुत अच्छा लगा. लोगों का अतिथि सत्कार का भाव बेहद अच्छा लगा, जबकि अन्य देशो में भ्रमण के दौरान भारत जैसा प्रेम कहीं नहीं मिला. पैट्रिस पल्लेरेज की पत्नी वर्जिनिया ने बताया कि करीब छह माह का वक्त कैसे कट गया? पता ही नहीं चला. (Photo: Twitter)
यहां उन्हें भारतीय सभ्यता संस्कृति को बेहद करीब से जानने का मौका मिला. उन्होंने भोजपुरी भाषा सीखी, महादेव की पूजा की, ईको फ्रेंडली माहौल में उन्होंने बेहद कम चीजों के साथ जीना सीखा. इस दौरान इनके बच्चों ओफेली पल्लेरेज, लोला पल्लेरेज और टॉम पल्लेरेज ने भी खुशी प्रकट की (Photo: Twitter)
जिलाधिकारी उज्जवल कुमार ने बताया कि फ्रांसीसी परिवार के सदस्य उत्तरखंड भ्रमण पर जाना चाहते हैं. उनके आवेदन पर कार्रवाई करते हुए परिवार को अवगत करा दिया जाएगा. (Photo: News 18)