Billeshwar Nath Mandir Meerut: मेरठ को क्रांतिधरा के नाम से जाना जाता है, तो यहां पर ऐतिहासिक और पौराणिक कथाओं का भी वर्णन मिलता है. इसमें बाबा बिलेश्वरनाथ मंदिर का नाम खास है. इस मंदिर में मंदोदरी द्वारा भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग की स्थापना की गई थी. (रिपोर्ट- विशाल भटनागर)
मेरठ. बाबा बिलेश्वरनाथ मंदिर से हर कोई परिचित है, जहां भगवान भोले बाबा की शिवलिंग की स्थापना मंदोदरी द्वारा की गई थी. उसी का फल था कि मंदोदरी को रावण जैसा विद्वान पंडित पति के रूप में मिला था.
इस मंदिर के परिसर की बात की जाए, तो यहां पर भगवान भोलेनाथ के साथ-साथ भगवान जगन्नाथ स्वामी, गणेश भगवान, राधा कृष्ण, गंगा मैया और बालाजी महाराज विराजमान हैं. सबसे खास बात यह है कि यहां भोले बाबा शिवलिंग के रूप में विराजमान हैं. वहीं भोले बाबा के पास ही माता पार्वती की मूर्ति को भी दर्शाया गया है.
मंदिर में ही भोले बाबा की एक शिवलिंग स्थापित है, जहां भक्त भोले बाबा की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना करते हैं. खासियत की बात की जाए तो यहां पर भगवान गणेश को भी मूर्ति के रूप में दिखाया गया है.
मंदिर परिसर में ही भगवान जगन्नाथ का भी मंदिर बना हुआ है. भाई बलदेव, बहन सुभद्रा के साथ भगवान जगन्नाथ विराजमान हैं.
सबसे खास बात यह है कि जब इनकी शोभायात्रा निकलती है, तो वह भी 250 किलो के चांदी के रथ पर निकलती है. वेस्ट यूपी में सबसे बड़ा जगन्नाथ मंदिर यही है.
इस जगह राधा कृष्ण का भी मंदिर बना हुआ. मंदिर में मां गंगा को मूर्ति के रूप में दिखाया हुआ है. यह मेरठ का पहला ऐसा मंदिर है, जिसमें गंगा मैया को मूर्ति के रूप में भी दिखाया गया है .
हनुमान के भक्त मंदिर परिसर में ही बालाजी महाराज के भी दर्शन कर सकते हैं. बालाजी महाराज की मूर्तियों को यहां पर स्थापित किया गया है, जोकि अपने आप में अद्भुत हैं.
मंदिर के स्ट्रक्चर की बात की जाए तो मंदिर काफी पौराणिक और ऐतिहासिक है. इस मंदिर में जो भी भक्त बाबा के दर्शन करने के लिए जाएंगे. गुफा की तरह इसमें जाना पड़ता है. बिना शीश झुकाए मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकते हैं.