शनिवार को मेरठ के खादर क्षेत्र में जब पुलिस ने छापा मारा तो वो भी दंग रह गई. गंगा के बीच टापू पर अवैध शराब बनाने की मानों कोई फैक्ट्री चल रही हो. गंगा के बीचों बीच टापू पर कैसे अवैध शराब का धंधा चल रहा था इसका अंदाजी आप इस बात से भी लगाइए कि यहां पुलिस ने अवैध शराब की 10 भट्टियां और 20000 लीटर लहन नष्ट किया है. हस्तिनापुर और मवाना क्षेत्र की पुलिस ने गांव वीरनगर और जलालपुर जोरा में छापेमारी की कार्रवाई करते हुए हजारों लीटर अधबनी अवैध शराब को नष्ट कर दिया है.
पुलिस ने नदी पार कर शराब की भट्टियां तोड़ी हैं. खादर इलाके में शुक्रवार को भी पांच हजार लीटर लहन नष्ट की गई थी. खादर क्षेत्र में अवैध शराब का धंधा किया जा रहा था. अवैध शराब के ये कारोबारी कितने शातिर हैं इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नदी पार अवैध शराब की पूरी फैक्ट्री धधक रही थी. जैसे तैसे पुलिस जब नदी पार कर इस इलाके में पहुंची तो वो भी अवैध शराब की कई भट्टियां देखकर दंग रह गई.
पुलिस ने नदी पार कर शराब की भट्टियां तोड़ी हैं. खादर इलाके में शुक्रवार को भी पांच हजार लीटर लहन नष्ट की गई थी. खादर क्षेत्र में अवैध शराब का धंधा किया जा रहा था. अवैध शराब के ये कारोबारी कितने शातिर हैं इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नदी पार अवैध शराब की पूरी फैक्ट्री धधक रही थी. जैसे तैसे पुलिस जब नदी पार कर इस इलाके में पहुंची तो वो भी अवैध शराब की कई भट्टियां देखकर दंग रह गई.
पुलिस ने ऑपरेशन अवैध शराब के तहत इन भट्टियों को तोड़ दिया और हजारों लीटर लहन भी नष्ट कर दिया. हालांकि जब तक नदी पार करके पुलिस अवैध शराब का गंदा धंधा करने वाले लोगों तक पहुंचती वो फरार हो गए. एसओ मवाना ने बताया कि अवैध शराब को बनाकर उसे पंचायत चुनाव के दौरान खपाने की तैयारी थी. उन्होंने बताया कि पुलिस लगातार गांव गांव में घूम घूमकर ऐसे शातिरों को ट्रेस कर रही है.
एसओ मवाना ने बताया कि खादर क्षेत्र में अवैध शराब का धंधा करने वाले ये लोग इतने शातिर हैं कि जैसे ही नदी के दूसरे छोर पर पुलिस को देखते हैं वो फौरन भाग हो जाते है. उन्होंने बताया कि घुटनों तक नदी पार करके मैदान में ये लोग अवैध शराब की फैक्ट्री चला रहे थे. आज भी जब अवैध शराब का धंधा करने वाले इन लोगों तक नदी पार करके पहुंची तो फौरन ही ये रफूचक्कर हो गए. हालांकि पुलिस ने इनके सारे किए कराए पर पानी फेर दिया और सारी लहन नष्ट कर दी.