मेरठ. ढाई लाख के इनामी कुख्यात डॉन बदन सिंह बद्दो (Badan Singh Baddo) की किलेनुमा कोठी के ध्वस्तीकरण की कवायद आज दूसरे दिन भी जारी रही. दूसरे दिन काफी देर तक क्रेन और बुलडोज़र से कोठी के बाकी बचे हिस्से को गिराने की मशक्कत होती रही. लेकिन घना रिहायशी इलाका होने की वजह से अब एमडीए के अधिकारियों ने निर्णय लिया है कि बाकी बची हुई कोठी हथौड़े से आराम से गिराई जाएगी. ताकि कोठी के बगलवाले किसी भी मकान को नुकसान न पहुंचे.
मेरठ में सुबह से एमडीए की टीम बद्दो की बाकी बची कोठी को कभी क्रेन के सहारे तो कभी बुलडोज़र के सहारे गिराने का प्रयास करती रही लेकिन रिहायशी इलाका होने की वजह से अंत में निर्णय लिया गया कि अब बाकी बची कोठी को मज़दूर हथौड़े से धीरे-धीरे गिराएंगे. ताकि कोठी के बगल बने अऩ्य मकानों को कोई नुकसान न पहुंचे.
एमडीए के अधिकारियों का दावा है कि कल तक इस कोठी को पूरी तरीके से ध्वस्त कर दिया जाएगा. अधिकारियों ने कहा कि रिहायशी इलाका होने की वजह से इस कोठी को बेहद साइंटफिक अंदाज़ में गिराया जा रहा है.
एक तरफ एमडीए प्रशासन और पुलिस की टीम ऑपरेशन कोठी चला रहे हैं. कभी मज़दूर का हथौड़ा चलता है तो कभी बुलडोज़र. वहीं दूसरी तरफ इलाके के लोग इस कोठी को गिरने के बाद के सपने संजोने लगे हैं. मेरठ के पंजाबीपुरा के निवासी अब मुख्यमंत्री योगी से मांग कर रहे हैं कि इस ज़मीन पर बच्चों का पार्क बनना चाहिए. बच्चे तो मुस्कुराते हुए सीएम योगी से बार-बार यही कह रहे हैं कि सर यहां पर अब स्वीमिंग पुल बनवा दीजिए और अच्छे-अच्छे झूले लगवा दीजिए.
इन बच्चों का कहना है कि क्योंकि उनकी कॉलोनी की गलियां बेहद संकरी हैं इसलिए उन्हें खेलने की जगह नहीं मिल पाती अगर यहां पर पार्क बन जाएगा तो उनकी तो बल्ले-बल्ले हो जाएगी.
पंजाबीपुरा के लोग योगी सरकार की तारीफ करते नहीं थक रहे. ख़ासतौर से महिलाओं का कहना है कि वो योगी सरकार के ऑपरेशन क्लीन का तहेदिल से स्वागत करती हैं. उनसे अपील करती हैं कि ऐसे सभी माफियाओं पर शिकंजा कसा जाए. ताकि फिर कोई और अपराधी ऐसे फन न उठा सके. उनके फन को ऐसे ही कुचला जाना चाहिए.