हरिद्वार. देश के अलग-अलग हिस्सों से प्रवासी उत्तराखंडियों (Uttarakhand) का अपने घर लौटना शुरू हो गया है. मंगलवार दोपहर महाराष्ट्र के पुणे से एक स्पेशल ट्रेन (Special Train) वहां फंसे प्रवासियों को लेकर हरिद्वार पहुंची. इस ट्रेन में 1207 प्रवासी उत्तराखंडी शामिल थे. इससे पहले सोमवार की रात गुजरात के सूरत से एक ट्रेन राज्य के प्रवासी लोगों को लेकर नैनीताल जिले के काठगोदाम पहुंची थी. मंगलवार को सूरत से एक और ट्रेन हरिद्वार पहुंचने वाली है जिसमें गढ़वाल क्षेत्र के प्रवासी होंगे. कोरोना (COVID-19) के संकट काल में अभी तक 30 हजार से ज्यादा प्रवासी लोग उत्तराखंड लौट चुके हैं. कोरोना संकट के दौर में तकरीबन सवा दो लाख प्रवासियों के अपने घर लौटने का अनुमान है
मंगलवार की दोपहर बाद पहुंचे प्रवासियों को बाहर निकालने में ख़ास एहतियात बरती गई. एक बार में एक ही बोगी में बैठे लोगों को निकाला गया. प्रवासियों की स्वास्थ्य जांच के लिए यहां 20 टीमें लगाई गई थीं
इससे पहले सोमवार की रात लगभग साढ़े 11 बजे गुजरात के सूरत में फंसे 1200 प्रवासी उत्तराखंडियों को लेकर एक ट्रेन नैनीताल के काठगोदाम स्टेशन पहुंची थी. इस ट्रेन में कुमाऊं मंडल के प्रवासी भी सवार थे. ट्रेन के पहुंचने पर जिलाधिकारी सविन बसंल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा, मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार स्टेशन पर मौजूद रहे
रेलवे स्टेशन काठगोदाम से पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चंपावत, उधमसिंह नगर के यात्रियों को बसों से अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम गौलापार ले जाया गया, जहां स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने उन सबकी थर्मल स्कैनिंग और स्वास्थ्य जांच की. यात्रियों को स्टेशन पर भोजन, पानी और जूस उपलब्ध कराया गया. साथ ही उनके रहने, आदि की व्यवस्था गौलापार स्टेडियम में की गई
मंगलवार सुबह सात बजे भी सूरत से प्रवासी उत्तराखंडियों को लेकर एक ट्रेन हरिद्वार के लिए रवाना हुई है. इस ट्रेन में गढ़वाल मंडल के प्रवासी सवार हैं. ट्रेन के रवाना होने से पहले सूरत में यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया