नैनीताल. अनलॉक 4 के साथ ही पहाड़ों में पर्यटकों की आवाजाही तेज़ हो गई है तो नैनीताल समेत अन्य स्थानों पर लगातार कोरोना के मामले भी बढने लगे हैं. पर्यटकों के लिए यहां आने के लिए कठोर नियम ज़रूर हैं लेकिन सैलानी इन नियमों को ठेंगा दिखा रहे हैं.
नैनीताल के पंत पार्क बैंड़ स्टैंड, भोटिया बाजार या फिर बड़ा बाजार में पर्यटक नियमों का खुला उल्लंघन कर रहे हैं तो दुकानदार भी नियमों का पालन सही से नहीं कर रहे. हालात ये हैं कि पर्यटकों, स्थानीय दुकानदारों और अधिकारियों की लापरवाही से शहर में कोरोना फैलने का खतरा बढ़ गया है.
नैनीताल जिला अस्पताल के डाक्टर एमएस दुग्ताल कहते हैं कि मास्क न पहनने और सोशल डिस्टेंस के उल्लंघन से कोरोना संक्रमण को फैलने का खतरा ज़्यादा बन जाता है. अगर पर्यटक इन नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं तो ये शहर के लिए खतरा बढ़ रहा है.
पर्यटकों के नियमों के उलंघन और बेरोकटोक एंट्री पर नैनीताल के स्थानीय लोग लगातार सवाल उठा रहे हैं. होटल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट ने कहा कि जो नियम केन्द्र सरकार के हैं, उनका पालन नहीं हो रहा है. होटल बंद हैं तो ये पर्यटक कहां रह रहे हैं और कहां खा रहे हैं? क्या वह कोविड की रिपोर्ट के साथ आ रहे हैं? बिष्ट कहते हैं कि जो पर्यटक आ रहे हैं उनके दस्तावेज कहीं भी चेक नहीं हो रहे हैं. क्वारंटीन नियमों का पालन करने के बजाए वह आस पास के होटलों में या एक-दो दिन ठहरने के बाद लौट रहे हैं, जो गलत है.
नैनीताल उपजिलाधिकारी विनोद कुमार ने कहा कि अब तक पुलिस ने कई लोगों के बिना मास्क के चालान किए हैं. जिल़े में आने से पहले लगातार चेकिंग की जा रही है और अब भी अगर पर्यटकों की ओर से नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है तो कानूनी कार्रवाई कर मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा.