हल्द्वानी में ट्रंचिंग ग्राउंड के सामने रहने वाले लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. आए दिन कूड़े के ढेरों में लगने वाली आग, धुएं और बदबू से लोग को कई तरह की बीमारियां हो रही हैं लेकिन सारी कार्रवाई होने के बावजूद सरकार ट्रीटमेंट प्लांट का टेंडर नहीं कर पा रही. इसकी वजह से लोगों का गुस्सा फूटने लगा है. अधिकारी स्वीकार कर रहे हैं कि कूड़े की वजह से लोगों को दिक्कतें हो रही हैं और दावा कर रहे हैं कि जल्द ही इसका समाधान हो जाएगा.
प्रशासनिक लापरवाही की वजह से सालों से कुमाऊं के प्रवेश द्वार और सबसे बड़े शहर हल्द्वानी की कूड़े की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है. दरअसल कूड़े के ट्रीटमेंट प्लांट की फाइल पिछले दस सालों से हल्द्वानी, नैनीताल और देहरादून के बीच झूल रही है.
वन विभाग वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट के लिए ज़मीन भी दे चुका है. इसके लिए सैकड़ों बैठकें हो चुकी हैं. बजट आ चुका है लेकिन ट्रीटमेंट प्लांट का टेंडर नहीं हो पा रहा है. हालांकि अधिकारी मान रहे हैं कि कूड़ा लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ रहा है.
हालत यह है कि लोगों को कूड़े की वजह से गंभीर बीमारियां होने लगी हैं और अब परेशान लोग सड़कों पर प्रदर्शन करने लगे हैं.
नैनीताल के डीएम विनोद सुमन दावा करते हैं कि सालो से लटकी इस समस्या का समाधान जल्द ही हो जाएगा. लेकिन तब तक लोग कूड़े में आग लगाकर कूड़े से निजात पाने की कोशिश करते हैं और इसकी वजह से और दिक्कत होती है.
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