दिवाली में मिलावटी मिठाइयों के डर परेशान लोगों के लिए टिहरी से राहत की ख़बर आई है. टिहरी में देवकौश नाम की संस्था पहाड़ी उत्पादों से पौष्टिक मिठाइयां बना रही हैं. पिछले साल मंडवे की मिठाई बनाने के बाद इस साल इस संस्था ने मंडवे और झंगोरे से कई मिठा इयां और स्नैक्स बाज़ार में उतारे हैं.
टिहरी में देवकौश नाम की संस्था ने पिछले साल मंडवे की बर्फ़ी बाज़ार में उतारी थी. इसकी डिमांड सिर्फ़ उत्तराखंड ही नहीं अन्य राज्यों में भी थी. इस साल कृषि विज्ञान केंद्र रानीचौरी के सहयोग से संस्था ने पहाड़ी उत्पाद मंडवा, झंगोरा के साथ ही यहीं पैदा होने वाले मक्के सोयाबीन सहित कई तरह के उत्पादों से मिठाइयां और स्नैक्स बनाए हैं.
कृषि विज्ञान केंद्र रानीचौरी की वैज्ञानिक और प्रोफ़ेसर कृति कुमारी ने कुछ महिलाओं और युवाओं को इसके लिए करीब 15 दिन की ट्रेनिंग दी. इसके बाद उन्होंने इन उत्पादों से मिठाइयां और स्नैक्स बनाने शुरू कर दिए हैं. इनमें मंडवे की सिंगोरी, मंडवे की मठरी, शकरपारे, भाकर बड़ी शामिल हैं.
कृति कुमारी यह भी कहती हैं कि पहाड़ी उत्पादों से हम कई तरह के उत्पाद तैयार किए जा सकते हैं. जो सेहत के लिए भी लाभदायक हैं. इसके अलावा इनसे स्थानीय महिलाओं को भी रोज़गार के साथ नई पहचान भी मिल रही है. कृति कुमारी कहती हैं कि इनका उत्पाद बढ़ाकर पलायन रोकने के लिए भी काम किया जा सकता है.
देवकौश संस्था ने पिछले साल दिवाली में मंडवे की बर्फी बनाई गई थी जिसे न सिर्फ़ काफ़ी पसंद किया गया था बल्कि अन्य राज्यों से भी संस्था के पास बर्फी की डिमांड भी आई थी. इसके लिए मुख्यमंत्री ने भी संस्था की सराहना की थी. साथ ही उत्तराखंड ने संस्था को हिल रत्न अवॉर्ड और चैलेन्ज फॉर चेन्ज अवॉर्ड से सम्मानित किया था.