Martyred Funeral: जम्मू कश्मीर के शोपियां में शहीद हुए टिहरी जिले के शहीद प्रवीन सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पुंडोली लाया गया. यहां शहीद को अन्तिम विदाई देने के लिए भारी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी. लोगों में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा दिखा. नम आखों शहीद को अंतिम विदाई दी गई.
जम्मू कश्मीर के शोपियां में शहीद हुए टिहरी जिले के शहीद प्रवीन सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पुंडोली लाया गया. यहां शहीद को अन्तिम विदाई देने के लिए भारी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी. प्रवीन सिंह अमर रहे के जयकारे लगाए गए. वहीं लोगों में पाकिस्तान के खिलाफ भी भारी गुस्सा देखा गया. शहीद प्रवीन का सैन्य सम्मान के साथ पैतृक घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. इस मौके पर घनसाली और टिहरी...
2 जून को जम्मू कश्मीर के शोपियां में आंतकियों के छिपे होने की सूचना के बाद आंतकियों के खिलाफ राष्ट्रीय राइफल की टुकड़ी ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया और सेना की टुकड़ी जब सेधाऊ बाजार पहुंची तो वहां अचानक धमाका हो गया. इसमें कई जवान घायल हो गए. इस घटना में टिहरी के गढ़वाल राइफल के जवान प्रवीन सिंह भी शामिल थे, जिन्हें गंभीर रूप घायल होने पर सैनिकों द्वारा श्रीनगर ले जाया गया. एयर एंबुलेंस स...
3 जून को शहीद प्रवीन सिंह का पार्थिव शरीर जौलीग्रांट एयरपोर्ट लाया गया, जहां से 4 जून को उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव पुंडोली लाया गया. जहां शहीद के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ जमा हुई थी. सैन्य सम्मान के साथ प्रवीन का अंतिम संस्कार किया गया. 15 वीं गढ़वाल रायफल के जवान 32 वर्षीय प्रवीन सिंह 2011 में भर्ती हुए थे और उनके पिता प्रताप सिंह भी सूबेदार के पद से रिटायर हैं. प्रव...
शहीद प्रवीन सिंह के पिता प्रताप सिंह को अपने बेटे की शहादत पर गर्व है. उनका कहना है कि भारत सरकार को सेना के इंटेलिजेंस सिस्टम को और तेज करने की जरूरत है, क्योंकि सूचना के जरिए ही आंतकियों तक पहुंचा जा सकता है. वहीं स्थानीय निवासी नरेन्द्र डंगवाल का भी कहना है कि आए दिन बार्डर पर आंतकियों के साथ मुठभेड़ में हमारे जवान शहीद हो रहे हैं. भारत सरकार को कुछ ठोस निर्णय लेना चाहिए जिससे आंतकवा...