नाइजीरिया में हुए नरसंहार की जांच में कट्टर इस्लामी आतंकी संगठन बोको हरम (Boko Haram) की ज्यादतियों से जुड़ी अन्य जानकारियां भी सामने आ रही हैं. अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक हत्यारे आतंकी सैंकड़ों की तादात में थे और बाइक्स पर सवार थे. इन लोगों ने धान के खेतों में काम कर रहे पुरुष और महिलाओं को अलग-अलग किया. पुरुषों के पैर बांधे और उनका गला काट दिया, जबकि महिलाओं को बंदी बनाकर साथ ले गए. (फोटो- AFP)
रिपोर्ट के मुताबिक नाइजीरिया सिक्योरिटी फोर्सेज का मानना है कि अभी भी काफी लोग लापता हैं. इन लोगों को या तो आतंकी अपने साथ ले गए हैं या फिर अज्ञात जगह पर इनका क़त्ल कर दिया गया है. मिली जानकारी के मुताबिक आतंकियों को शक था कि इन मजदूरों में से कुछ लोगों ने नाइजीरिया की सेना-पुलिस के लिए जासूसी की थी. नाइजीरिया का ये इलाका बीते 10 सालों से ही इस तरह की हिंसक घटनाएं झेल रहा है. (फोटो- AP)
AFP के मुताबिक, नाइजीरिया में संयुक्त राष्ट्र के को-ऑर्डिनेटर एडवर्ड कैलन ने 110 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है. घटना में कई लोग घायल भी हुए हैं. हाल ही में बोर्नो स्टेट में स्थानीय चुनाव किए गए थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक लोगों के वोटिंग को जाने से यह हमला किया गया. चुनावों को बार-बार स्थगित किया जाता रहा था. बोको हरम और ISWAP के हमले पिछले काफी वक्त से बढ़ते जा रहे हैं. इस कारण चुनावों को टाला जा रहा था. इससे एक बार फिर इस खतरनाक आतंकी संगठन पर दुनिया की निगाहें जा टिकी हैं. (फोटो- AFP)
इस्लामिक संगठन- बोको हरम की स्थापना 2002 में मोहम्मद यूसुफ ने की थी. स्थानीय भाषा- हौसा में बोको का मतलब 'वेस्टर्न एजुकेशन की मुखालफत करना है लेकिन 2009 में नाइजीरिया में एक इस्लामिक देश की स्थापना के लिए संगठन ने मिलिट्री ऑपरेशन शुरू कर दिए. अमेरिका ने 2013 में बोको हरम को आतंकी संगठन घोषित किया. (फोटो- AFP)
साल 2009 से अबुबकर शेकऊ इसका नेता है. जब यह पहले बनाया गया था तब यह अहिंसक था और इसका मुख्य उद्देश्य उत्तरी नाइजीरिया में इस्लाम को शुद्ध करना था. मार्च 2015 में यह इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक ऐंड द लेवंट (ISIL) से जुड़ गया. साल 2009 के बाद से यह इतना हिंसक हो गया कि ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स के मुताबिक एक वक्त पर सबसे खतरनाक आतंकी संगठनों में से एक था. (फोटो- AFP)
बोको हरम और ISWAP ने मजदूरों, चरवाहों और मछुआरों को हिंसक अभियान के तहत निशाना बनाना शुरू किया है. इन लोगों को जासूसी के आरोप में 'सजा' दी जाती है. सैन्य और स्थानीय मिलीशिया को जानकारी देने का हश्र इसी तरह होता है. कम से कम 36 हजार लोगों को जिहादी जंग में मारा जा चुका है जिसमें 2009 के बाद से 20 लाख लोग विस्थापित किया जा चुका है. (फोटो- AFP)
B'day Spl: Ritesh Pandey से जीजा देव सिंह तक, भोजपुरी के इन स्टार्स ने विश किया Yamini Singh को जन्मदिन
जहां बेरहमी से की थी 55 जवानों की हत्या, वहां अब भटकने से भी खौफ खाते हैं नक्सली, देखें- बदली तस्वीरें
PHOTOS : इंदौर में एक शिव मंदिर पर बरसों से पड़ा है ताला, बीजेपी विधायक ने लिखा पत्र...
हरियाणा में 7 गज जमीन पर बना है ये 3 मंजिला मकान, Photos में देखें कैसे रह रहा परिवार