चीन- अगर भारत के साथ युद्ध की की परिस्थितियां बनती हैं तो चीन, पाकिस्तान की मदद कर सकता है. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि चीन की ओर से पाकिस्तान में किया गया निवेश जो कि करीब 46 बिलियन डॉलर से ज्यादा का है. यह बात अलग है कि चीन, भारत में आतंकी हमले होने के बाद साथ मिलकर आतंकवाद का सामना करने की बात करता है लेकिन वह अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अक्सर पाकिस्तानी आतंकियों का बचाव करता नजर आता है.
मिस्र- अरब गणराज्य मिस्र और इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंध सालों से है. साल 1947 में आधुनिक संबंध तब बने पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना ने मिस्र में राजा फुआद I द्वारा भेजे गए विशेष निमंत्रण पर पहुंचे थे. इजिप्ट से पाक के संबंध फिलहाल ऐसे हैं कि अगर युद्ध सरीखी कोई परिस्थिति बने तो उसे मदद मिलेगी.
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