हाल ही में फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक युवक ने एक स्कूली शिक्षक की सिर काटकर नृशंस हत्या कर दी थी. युवक ने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि शिक्षक ने अपने विद्यार्थियों को पैगंबर मोहम्मद का एक कार्टून दिखाया था. इस युवक को भी तुरंत ही मौत के घाट उतार दिया गया. युवक की पहचान एक चेचेन्या निवासी के तौर पर की गई है और इस मामले में अब तक 9 लोगों की गिरफ्तारी की गई है. इससे कुछ दिन पहले राजधानी पेरिस में ही फ्रेंच सटायर मैग्जीन चार्ली हेब्दो के ऑफिस के बाहर भी एक गोली कांड हुआ था. भले ही हाल में हुई हिंसक घटनाओं के चलते पेरिस चर्चित हुआ हो लेकिन पेरिस की असली पहचान इसकी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत के चलते हैं. हम आपको बता रहे हैं, पेरिस के बारे में ऐसी 10 ऐतिहासिक बातें, जो यूरोप के सबसे चर्चित शहरों में शामिल पेरिस को अनोखा बनाते हैं- (फोटो- AP News)
लाखों लाशों के ढ़ेर पर बसा शहर- 17वीं सदी में पेरिस में आबादी तेजी से बढ़ने लगी, साथ में मौतें भी बढ़ीं. कब्रिस्तानों की कमी की वजह से बहुत सी लाशें सड़ने लगीं. खराब होती लाशों से बीमारियां फैलने का डर था. तब उस दौर में शहर के सबसे बड़े कब्रिस्तान Saint Innocents-cemetery में भी कब्रों की संख्या ओवरफ्लो कर गई थी. इसी बीच कब्रगाह की एक दीवार भी टूट गई. इसपर आनन-फानन में फ्रेंच अफसरों ने एक तरीका सोचा. शहर के एक हिस्से पर जमीन की गहरी और लंबी-चौड़ी खुदाई कर कब्रगाह बनाई गई. यहां तक पहुंचने के लिए एक सुरंगनुमा रास्ता था. इसके बाद पुराने क्रबिस्तानों से सारी लाशें निकाली गईं. उन्हें ढोकर उस जगह पहुंचाया गया. लाशों को ढोने और निश्चित जगह तक पहुंचाने की मुहिम साल 1780 से 1814 तक चली. एक तरफ लाखों लाश तहखाने में डाल दी गईं, वहीं बहुत सी लाशों को मेहराबदार कब्रों समेत तहखाने में रख दिया गया. माना जाता है कि ये सुरंगनुमा तहखाना लगभग 320 किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है. इसके काफी बड़े हिस्से में क्या है, ये किसी को नहीं पता. (फोटो क्रेडिट- AP News)
टूरिस्ट के लिहाज से दुनिया में तीसरा- लंदन और बैंकॉक के बाद दुनिया में जिस शहर में सबसे ज्यादा टूरिस्ट घूमने जाते हैं वो पेरिस है. लेकिन पेरिस में सिर्फ एफिल टॉवर ही घूमने की जगह नहीं है. इसके अलावा लोग यहां पर यूरोप के सबसे बेहतरीन म्यूजियम में से एक लूव्र म्यूजियम, नॉट्रे-डेम कैथेड्रल, आर्क डी ट्रॉम्फ, साक्रे कुअर और चैम्प्स एलीस रोड की खूबसूरती भी देखने आते हैं. (फोटो क्रेडिट- AP News)
साल 1944 में हिटलर ने पेरिस शहर को नष्ट करने का आदेश दिया था, लेकिन तबके नाजी कमांडर ने ऐसा नहीं किया. यह नाजी कमांडर था डाइट्रिच वॉन चॉलटिट्ज. हिटलर का प्लान था कि पेरिस में जगह-जगह पर पहले से ही रखे हुए बमों के जरिए पूरे शहर को उड़ा दिया जाये. इस आदेश को 'नीरो डिक्री' के चर्चित नाम से भी जाना जाता है. इस प्लान के तहत एक बम से एफिल टावर को भी उड़ाया जाना था. (फोटो क्रेडिट- AP News)
एफिल टॉवर से नफरत करते थे लेखक गाय दी मोपासां- गुस्ताव एफिल की कंपनी ने एफिल टावर का निर्माण किया था. वे एक इंजीनियर थे. उन्हीं के नाम पर एफिल टावर का नाम पखा गया. लेकिन उन्होंने जो डिजाइन इस टावर का पेश किया था. फ्रांस के कई बुद्धिजीवियों को यह डिजाइन पसंद नहीं आई थी. इन्हीं में से एक थे फ्रेंच लेखक गाय दी मोपांसा. कहा जाता है कि वे अक्सर एफिल टावर के नीचे बैठकर खाना खाया करते थे. वे ऐसा प्रेम नहीं बल्कि नफरत के चलते करते थे. क्योंकि वही पेरिस की एकमात्र जगह थी, जहां से एफिल टावर दिखाई नहीं देता था. (फाइल फोटो)
पेरिस में एफिल टॉवर सबसे ज्यादा देखा जाने वाला स्मारक नहीं है- आम धारणा के विपरीत, एफिल टॉवर वास्तव में पेरिस में सबसे अधिक देखा जाने वाला स्मारक नहीं है! पेरिस के सबसे बेशकीमती स्मारकों में एफिल टॉवर चौथे स्थान पर है. कैथेड्रल नोट्रे-डेम पहले स्थान पर है, उसके बाद साक्रे कुअर बासिलिका और लुव्र संग्रहालय का नंबर आता है है. कभी पेरिस जाएं तो इन सभी जगहों पर जरूर जायें. (फोटो क्रेडिट- AP News)
पेरिस में बच्चों से ज्यादा कुत्ते हैं- कुत्ते वास्तव में मनुष्य के सबसे अच्छे दोस्त हैं, लेकिन पेरिसवासी इस बात को अगले ही स्तर पर ले जा रहे हैं. पेरिस में लोग अपने कुत्तों के लिए सबसे अच्छा ट्रीटमेंट पाने पर लगभग आधा मिलियन डॉलर खर्च कर रहे हैं. पेरिस में यह असामान्य नहीं होगा कि आप कुत्तों को एक विशेष कुत्ता स्पा में थेरेपी लेते हुए देखें. यात्रा के दौरान लोग उन्हें अपने साथ ले जाते हैं. उन्हें होटलों में भी मालिकों के साथ रहने दिया जाता है. (फोटो क्रेडिट- AP News)
पेरिस सिंड्रोम- पेरिस के बारे में सबसे अजीब तथ्यों में से यह भी एक है. यह स्थिति जापानी पर्यटकों में सबसे अधिक देती जाती है. जापानी मीडिया अक्सर पेरिस को दुनिया में सबसे रोमांटिक जगह के रूप में वर्णित करता है और हर जगह मॉडल्स को सजे-संवरे दिखाता है, जो जापान में पेरिस की थोड़ी गलत धारणा पहुंचाता है. इसलिए, आमतौर पर जब जापानी पेरिस पहुंचते हैं तो वे बहुत निराश होते हैं क्योंकि शहर उनकी काल्पनिक उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता. (फोटो क्रेडिट- AP News)
संपूर्ण शहर में वन स्टॉप साइन है- सबसे अधिक आबादी वाले यूरोपीय राजधानियों में से एक होने के बावजूद, पेरिस में केवल एक स्टॉप साइन है, जो कि एक निर्माण कंपनी की ड्राइव के अंत में स्थित है. शहर के बाकी हिस्सों में - और हमारा मतलब यह है कि पूरे शहर में ही जो पहले पहुंचा उसे निकलने दिया जाता है. है न सिंपल. (फोटो क्रेडिट- AP News)
यह भूतिया मेट्रो स्टेशनों से भरा है- यह कोई रहस्य की बात नहीं है कि लगभग 400 स्टेशनों वाले पेरिस के मेट्रो नेटवर्क में कई रहस्य हैं. उनमें से एक यह है कि उनमें से कम से कम 14 या तो 'कभी उपयोग नहीं किए गए', 'छोड़ दिए गए' या 'अब उपयोग में नहीं हैं'. पोर्टे डे लीलास स्टेशन को फिल्म प्रोडक्शन कंपनियों ने किराए पर लिया हुआ है. (फोटो क्रेडिट- AP News)
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