पोलैंड की सर्वोच्च अदालत ने देश में गर्भपात कराने को गैर-कानूनी बना दिया है. इसके साथ ही देशभर में इसके खिलाफ आवाजें उठने लगी हैं. दुनिया में एबॉर्शन को लेकर चल रही डिबेट नई नहीं है. लेकिन पोलैंड में गर्भपात के कानूनी होने के बाद और अमेरिका में गर्भपात को गैरकानूनी बनाने की समर्थक एक जज को वहां की सुप्रीम कोर्ट का मुख्य न्यायधीश नियुक्त करने के बाद महिला अधिकारों और स्वास्थ्य के समर्थक लोग नये तरीकों से आवाजें बुलंद कर रहे हैं. (सांकेतिक फोटो, क्रेडिट- AP News)
बता दें कि इससे पहले पोलैंड में भ्रूण में किसी भी तरह की दिक्कत आने पर कानूनी तौर पर महिलाएं गर्भपात करा सकती थीं. लेकिन नए नियम के अनुसार गर्भपात पर अब पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है. देश में गर्भपात से जुड़े कानून पहले से ही पूरे यूरोप में सबसे सख्त थे लेकिन इस फैसले के बाद अब सिर्फ बलात्कार, अनाचार (incest) या मां की सेहत से जुड़े खतरे को देखकर ही गर्भपात की अनुमति दी जाएगी. (सांकेतिक फोटो, क्रेडिट- AP News)
हर साल 80,000 से 1,20,000 पोलिश महिलाएं दूसरे देशों में जाकर गर्भपात करवाती हैं. इस फैसले के बाद गर्भपात करवाने के लिए दूसरे देशों में जाने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ेगी. महिला स्वास्थ्य संबंधी कई डरों के बीच हम आपको ऐसे 9 देशों के बारे में बता रहे हैं, जहां गर्भपात कराना बड़ा अपराध है और ऐसा करने पर 30 साल तक की सजा हो सकती है. (सांकेतिक फोटो, क्रेडिट- AP News)
साल 2015 की Pew रिसर्च सेंटर एनालिसिस की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के ज्यादातर देश, आंकड़ों के हिसाब से कहें तो 96% किसी महिला की जिंदगी को बचाने के लिए एबॉर्शन की अनुमति देते हैं. इस रिपोर्ट के मुताबिक चिली, डोमिनिकन रिपब्लिक, अल सल्वाडोर, निकारागुआ, वेटिकन सिटी और माल्टा ऐसे देश हैं, जो किसी भी हालात में एबॉर्शन की अनुमति नहीं देते हैं. (सांकेतिक फोटो, क्रेडिट- AP News)
ब्राजील एक ऐसा देश है, जहां किसी महिला के लिए एबॉर्शन कराना बहुत मुश्किल है. यहां केवल तभी एबॉर्शन की अनुमति दी जा सकती है, जब महिला के साथ रेप हुआ हो, या प्रेग्नेंसी से उसकी जान को खतरा हो या कुछ अन्य बहुत जरूरी परिस्थितियों में. लेकिन इस तरह की अनुमति भी कोर्ट की अनुमति के बाद ही मिल पाती है. (सांकेतिक फोटो, क्रेडिट- AP News)
चिली में तो एबॉर्शन नामुमकिन जैसा है. जैसा कि पहले ही बताया गया कि चिली में गर्भपात कानूनन अपराध है. ऐसे में किसी बहुत ही जरूरी परिस्थिति में कोर्ट इसके लिए अनुमति दे सकता है. (सांकेतिक फोटो, क्रेडिट- AP News)
जैसा कि बताया गया आयरलैंड में भी एबॉर्शन गैर-कानूनी है. तभी इसकी अनुमति दी जा सकती है, जब ऐसा न करने पर महिला की जान जाने का खतरा हो. हालांकि बिना कारण एबॉर्शन कराने पर यहां महिला को उम्रकैद तक की सजा हो सकती है. (सांकेतिक फोटो, क्रेडिट- AP News)
नाइजीरिया में भी गर्भपात गैरकानूनी है. केवल महिला की जान बचाने को या स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या होने के डर से ही इसकी अनुमति दी जाती है. (सांकेतिक फोटो, क्रेडिट- AP News)
ईरान के बारे में पता ही है कि यहां पर शासन रुढ़िवादी है, साथ ही शासन में कम महिलाओं के होने के चलते गर्भपात जैसे विषयों पर ज्यादा चर्चा ही नहीं होती. ऐसे में यहां के नियमों के मुताबिक एबॉर्शन की अनुमति तभी दी जा सकती है, जब ऐसा न करने से मां की जान जा सकती हो. (सांकेतिक फोटो, क्रेडिट- AP News)
सऊदी अरब भी एक रुढ़िवादी शासन वाला देश है. यहां भी तभी महिलाओं के लिए एबॉर्शन की अनुमति दी जा सकती है, जब किसी महिला की जान बचानी हो. लेकिन इतना ही नहीं एबॉर्शन किये जाने से पहले महिला के पति की अनुमति जरूरी होती है. (सांकेतिक फोटो, क्रेडिट- AP News)
इंडोनेशिया में भी ऐसा ही नियम है. सिर्फ महिला की जान बचाने के लिए एबॉर्शन किया जा सकता है. और उससे पहले पति की अनुमति की जरूरत होती है. (सांकेतिक फोटो, क्रेडिट- AP News)
फिलीपींस में भी गर्भपात गैरकानूनी अपराध है. इसके लिए सिर्फ कुछ अपवाद मामलों में ही अनुमति दी जाती है. फिलीपींस में एबॉर्शन कराने पर 2 से लेकर 6 साल तक की सजा हो सकती है. (सांकेतिक फोटो, क्रेडिट- AP News)
अर्जेंटीना में महिला की जान बचाने के लिए ही गर्भपात कराया जा सकता है. इसके अलावा महिला के स्वास्थ्य की सुरक्षा और बलात्कार के मामले में भी इसके लिए अनुमति दी जा सकती है. (सांकेतिक फोटो, क्रेडिट- AP News)
अंडोरा में भी सिर्फ गर्भवती महिला की जान बचाने के लिए ही एबॉर्शन की अनुमति दी जाती है. अगर यहां महिला को बिना किसी कारण एबॉर्शन कराये जाने का दोषी पाया जाता है, तो उसे ढाई साल की कैद तक की सजा हो सकती है. (सांकेतिक फोटो, क्रेडिट- AP News)
अल सल्वाडोर को एमनेस्टी इंटरनेशनल अपनी एक रिपोर्ट में महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देश बता चुका है. यहां पर किसी भी हालात में एबॉर्शन की अनुमति नहीं है. यहां एबॉर्शन का दोषी पाये जाने के बाद एक महिला को 30 साल की सजा दी गई थी. हालांकि एबॉर्शन के अपराध में अब तक यहां सबसे ज्यादा सजा काटने वाली महिला सिंथिया रॉड्रिगेज हैं, जो 11 साल जेल में रही थीं. (सांकेतिक फोटो, क्रेडिट- AP News)
माल्टा, यूरोपियन यूनियन का एकमात्र देश है जहां एबॉर्शन किसी भी परिस्थिति में नहीं कराया जा सकता. इस अपराध में यहां लोगों को 18 महीने से 3 साल तक की सजा हो सकती है. जबकि एबॉर्शन करने वाले को 18 महीने से 4 साल की सजा हो सकती है और उसका डॉक्टरी की प्रैक्टिस का लाइसेंस भी रद्द हो जाता है. (सांकेतिक फोटो, क्रेडिट- AP News)
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