Women’s debut in Saudi Arabia camel pageant: सऊदी अरब महिलाओं के प्रति अपनी कट्टरपंथी और रूढ़िवादी सोच को लगातार बदल रहा है और देश की नई छवि दुनिया के सामने पेश कर रहा है. सऊदी अरब से ऊंटों के मेले से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आईं हैं, जो सऊदी अरब की बदलती सोच की तस्दीक कर रहा है.
सऊदी अरब (Saudi Arabia)काफी तेजी से क्राउन प्रिंस के मिशन-2030 की तरफ बढ़ रहा है. सऊदी महिलाओं ने पहली बार अपने ऊंटों के साथ सौंदर्य प्रतियोगिता 'शिप्स ऑफ द डेजर्ट' (ships of the desert) में हिस्सा लिया. यह प्रतियोगिता देश में होने वाले प्रतिष्ठित किंग अब्दुलअजीज महोत्सव का हिस्सा है. इस प्रतियोगिता में अब तक केवल पुरुष ही हिस्सा लेते थे. ऊंटों की ये प्रतियोगिता सऊदी अरब की राजधा...
ऊंटों के इस प्रतियोगिता में पहली बार भाग लेने वाली 27 साल की लामिया अल-रशीदी काफी ज्यादा खुश हैं. उन्होंने कहा, 'इंशाअल्लाह, आज ये साबित हुआ है और मैं उम्मीद करती हूं कि हमें (महिलाओं) समाज में जरूर सम्मान मिलेगा'.
प्रतियोगिता में भाग लेने वाली रशीदी ने कहा- 'जब से मैं छोटी थी तभी से मुझे ऊंटों में दिलचस्पी रही है. मेरे परिवार में ही 40 ऊंट हैं'. उन्होंने कहा, 'जैसे ही इस प्रतियोगिता में महिलाओं को भाग लेने की इजाजत दी गई, मैं खुद को रोक नहीं सकी'.
ऊंटों की इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागी महिलाओं ने काले रंग के स्कार्फ से अपना चेहरा ढंक रखा था. उनके कंधों पर अलग-अलग रंगों का शॉल लटक रहा था. इन महिलाओं का स्टाइल देखने ही लायक था.
राजधानी रियाद में आयोजित इस प्रतियोगिता में विजेताओं के लिए करोड़ों रुपये का इनाम रखा हुआ था और इस प्रतियोगिता में 40 महिला प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रतियोगिता में टॉप-5 में रहने वाली महिलाओं को 10 लाख रियाल यानि 19 करोड़ 23 लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया है.
प्रतियोगिता में विजेताओं का फैसला कई प्वाइंट्स के आधारपर किया जाता है. ऊंटों की सुंदरता पर भी काफी अंक दिए जाते हैं. इसमें ऊंटों की गर्दन, होंठ और ऊंटों के कूबड़ के आकार पर भी ध्यान दिया जाता है.
ऊंटों के इस प्रतियोगिता की तैयारी पिछले कई महीनों से चल रही थी. दिसंबर में इस प्रतियोगिता से कई ऊंटों को अयोग्य घोषित कर दिया गया था, क्योंकि ऊंटों को बोटोक्सइंजेक्शन दिए गये थे. इससे ऊंटों की शक्ति बढ़ती है.