भारत की छोटे फॉर्मेट में हाल फिलहाल यह लगातार तीसरी सीरीज जीती थी. जाहिर है ये पारिणाम इस साल होने वाले वनडे विश्व कप और अगले साल होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप से पहले उम्मीदें जगाते हैं. शुभमन गिल अब साबित कर चुके हैं, कि फिलहाल इन दोनों फॉर्मेट मे शिखर पर हैं. ऐसे मे टेस्ट क्रिकेट मे भी उनकी अनदेखी नही हो सकती.
भारत और आस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज शुरू होने मे ज्यादा वक्त नहीं है. उससे पहले मिली इन जीतों से हौसला तो बढ़ता ही है. न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज भारत पहले ही एकतरफा अंदाज में जीत चुका है. हालांकि टी-20 सीरीज का पहला मैच भारत रांची में हार गया था, लेकिन उसने लखनऊ में दूसरे मैच में बराबरी कर ली थी.
और फिर, अहमदाबाद के बड़े स्टेडियम में 168 रन की बड़ी जीत दर्ज कर सीरीज पर कब्जा कर लिया. दूसरी तरफ, न्यूजीलैंड वनडे और टी-20 सीरीज में जिस तरह से खेली उससे यह साफ हो जाता है कि केन विलियमसन, टिम साउदी और ट्रेंट बोल्ट के बिना न्यूज़ीलैंड अपना संतुलन नही बना पाई है.
रांची का पहला मैच न्यूजीलैंड ने 21 रन से जीता. भारत को जीत के लिए 177 रन बनाने थे, लेकिन वह 155 पर सिमट गई. हालाकि सूर्यकुमार यादव के 47 और वाशिंगटन सुंदर के 50 रन ने एक बार उम्मीदें जगाईं लेकिन तब तक देर हो चुकी थी.
लखनऊ में कहानी बदल गयी. दोनों ही टीमों को रनों के लिए मशक्कत करनी पड़ी. न्यूजीलैंड की टीम केवल 99 रन ही बना सकी थी, जिसे पार करने के लिए भारतीय बल्लेबाजों को एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ा. भला हो सूर्यकुमार और हार्दिक पंड्या का, जिन्होंने जरूरी रन बनाकर भारत की जीत पक्की की. रांची के पहले मैच में एक ओवर में 27 रन देकर हार के लिए जिस गेंदबाज को दोषी ठहराया जा रहा था, उन्हीं अर्शदीप ने दूसरे मैच में दो विकेट लेकर न्यूजीलैंड की कमर तोड़ दी थी. फिर भी लखनऊ की पिच ने जिस तरह का व्यवहार किया, उसके लिए बीसीसीआई ने क्यूरेटर को जिम्मेदार ठहराया और फिर हटा भी दिया.
वैसे सीरीज का अंत भारतीय नजरिये से अहमदाबाद में जैसा होना चाहिए था, वैसा ही हुआ. मतलब मुकाबला बिल्कुल एकतरफा हुआ. भारत के 234 रन के जवाब में न्यूजीलैंड की टीम दबाव मे सिर्फ 66 रन पर सिमट गयी. भारतीय तेज गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया और सभी 10 विकेट अपने नाम किये. हार्दिक के अलावा अर्शदीप सिंह, शिवम मावी और उमरान मलिक ने भी आपस में विकेट बांटे.
सीरीज में पृथ्वी शॉ को फिर से मौका नहीं मिला, लेकिन कप्तान हार्दिक पंड्या ने जो भी प्रयोग किये, वह लगातार कामयाब हो रहे हैं. सिवाय ईशान किशन के, जो फ्लॉप चल रहे हैं. ऐसे में ईशान को आने वाले दिनों में टीम में वापसी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है.
आस्ट्रेलिया की टीम भारत पहुंच चुकी है, जिसे चार टेस्ट के अलावा तीन वनडे मैचों की सीरीज भी खेलनी है. नौ फरवरी से पहला टेस्ट नागपुर में खेला जाएगा. उम्मीद है इस टेस्ट में रविंद्र जडेजा को खेलने का मौका मिलेगा, क्योंकि एनसीए ने कल ही उनको खेलने की मंजूरी दी है. वैसे भी जडेजा ने रणजी ट्रॉफी के अंतिम ग्रुप लीग में अपनी तैयारियों को बखूबी परखा है. वनडे सीरीज से बैक पेन के कारण बाहर रहे श्रेयस अय्यर अब पहले टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे. उनके अब दिल्ली के दूसरे टेस्ट में ही खेलने की संभावना है. वैसे यह देखना दिलचस्प होगा कि ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी में ईशान किशन या भरत सिकर में से किसे खेलने का मौका मिलता है, या फिर विकेटकीपर के रूप में लोकेश राहुल से ही काम चलाया जाता है. धर्मशाला में तीसरा और अहमदाबाद में चौथा टेस्ट मैच खेला जाएगा. वनडे सीरीज अगले महीने होगी.
इस हफ्ते जिस खबर ने सभी भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को झूमने का मौका दिया वह है अंडर-19 महिला टी-20 वर्ल्ड कप में भारत का चैंपियन बनना. पहली बार आयोजित इस टूर्नामेंट में भारतीय अंडर-19 महिला खिलाड़ियों ने पूरी तरह से अपना दबदबा रखा और फाइनल में इंग्लैंड को सात विकेट से हरा दिया. शेफाली वर्मा की कप्तानी में चैंपियन बनी भारतीय टीम ने सुपर सिक्स में आस्ट्रेलिया के खिलाफ एकमात्र हार को छोड़ सभी मैच जीते. इस दौरान भारतीय लड़कियों ने ग्रुप मैचों में दक्षिण अफ्रीका, यूएई और स्कॉटलैंड को हराने के बाद सुपर सिक्स में श्रीलंका को और फिर सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को पीट दिया. भारतीय टीम में रिचा घोष और शेफाली वर्मा जैसी सीनियर टीम की खिलाड़ी शामिल थीं लेकिन प्रदर्शन के मामले में सौम्या तिवारी, श्वेता सेहरावत, पार्शवी चोपड़ा, मन्नत कश्यप, अर्चना देवी और टिटास साधू जैसी खिलाड़ियों ने बाजी मार ली.
इधर दक्षिण अफ्रीका में राउंड रोबिन लीग मुकाबले में अपराजेय रहने वाली भारतीय टीम कल त्रिकोणीय सीनियर महिला टी-20 टूर्नामेंट के फाइनल में निराशाजनक रूप से मेजबान टीम से पांच विकेट से हारकर खिताब जीतने से चूक गयी. भारत ने खराब बल्लेबाजी की और केवल 109 रन बनाये. जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम एक समय हार की ओर थी लेकिन कोल ट्रायन ने नाबाद 57 रन बनाकर भारत से जीत छीन ली. भारतीय टीम अब 10 फरवरी से शुरू होने वाले वीमेंस टी-20 वर्ल्ड कप में हिस्सा लेगी. वैसे भारत के लिए दीप्ति शर्मा, कप्तान हरमनप्रीत कौर और हरलीन देओल ने टूर्नामेंट में संतोषजनक प्रदर्शन किया. जेमिमा रोड्रिएज और स्मृति मंधाना के फॉर्म को लेकर थोड़ी चिंता जरूर है.
और अंत में घरेलू क्रिकेट.
रणजी ट्रॉफी के चारों क्वार्टर फाइनल मैचों का आज चौथा दिन है. उम्मीद है कि दो या तीन मैचों के स्पष्ट परिणाम आज निकल आएंगे. कोलकाता में बंगाल को कल तीसरे दिन खेल समाप्त होने तक झारखंड के खिलाफ जीत के लिए केवल आठ रन बनाने का लक्ष्य मिला था. इंदौर में आन्ध्र प्रदेश के खिलाफ मध्य प्रदेश की स्थिति अच्छी है. उसे जीत के लिए चौथी पारी में कुल 245 रन बनाने का लक्ष्य मिला है. चौथे दिन आज उसे बचे हुए 187 रन बनाने की जरूरत है. इस मैच में आवेश खान ने चार विकेट लेकर आन्ध्र प्रदेश की दूसरी पारी केवल 93 रन पर समेट दी थी. मैच के दौरान आवेश की गेंद पर कप्तान हनुमा विहारी को चोट भी लगी लेकिन उन्होंने साहस दिखाते हुए दूसरी पारी में 11वें नंबर पर बल्लेबाजी भी की और 16 गेंदों पर 15 रन बनाये. राजकोट में पंजाब के खिलाफ सौराष्ट्र की टीम संघर्षरत है. पंजाब के लिए दोनों आपेनर प्रभसिमरन और नमन धिर ने शतक जमाया, हालांकि सौराष्ट्र के लिए भी नंबर नौ पर बल्लेबाजी करते हुए पार्थ ने शतक जड़ दिया. उधर बेंगलुरू में कर्नाटक ने श्रेयस गोपाल के शतक की बदौलत 606 रन का स्कोर खड़ा किया जिसके जवाब में उत्तराखंड 116 रन पर आउट हो गया. उत्तराखंड दूसरी पारी में तीन विकेट पर 106 रन बनाकर संघर्ष कर रहा है.
इस बीच बिहार ने प्लेट डिवीजन का रणजी खिताब फाइनल में मणिपुर को 220 रन से हराकर जीत लिया. बिहार और मणिपुर की टीम अगले सत्र में एलिट ग्रुप में खेलेंगी जबकि हैदराबाद और नगालैंड को अब प्लेट डिवीजन में खेलना होगा.
रांची में सीनियर वीमेंस वनडे ट्रॉफी के तीन क्वार्टर फाइनल मैच आज खेले जा रहे हैं. इसमें केरल का रेलवे से, दिल्ली का कर्नाटक से और पंजाब का राजस्थान से मुकाबला हो रहा है. इससे पहले कल खेले गये पहले क्वार्टर फाइनल मैच में उत्तराखंड ने उत्तर प्रदेश को तीन विकेट से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया.
अंडर-25 सीके नायडू ट्रॉफी के पांच राउंड के बाद गुजरात की टीम पांच में से चार मैच जीतकर बेहतर स्थिति में है. इस राउंड के कम स्कोर वाले एक मुकाबले में मध्य प्रदेश ने त्रिपुरा को 208 रन से हरा दिया. जबकि विदर्भ और कर्नाटक के बीच बड़े स्कोर वाले मैच में सिर्फ पहली पारी पूरी हो सकी. इसमें विदर्भ ने 619 और कर्नाटक ने 559 रन बनाये थे. छठा राउंड पांच फरवरी को शुरू होगा.
यह था, सप्ताह भर की क्रिकेट गतिविधियों पर आधारित पॉडकास्ट-सुनो दिल से. संजय बैनर्जी को अनुमति दीजिए नमस्कार.