प्रो-कबड्डी (Pro Kabaddi) प्रोफेशनल कबड्डी लीग है. इसकी शुरुआत 2014 में हुई. 2006 में एशियन गेम्स की सफलता और आईपीएल (IPL) की तर्ज पर इसकी शुरुआत की गई. लीग की शुरुआत के बाद से हर साल इसकी व्यूअरशिप नए रिकॉर्ड (PKL New record) बना रही है. इसी को देखते हुए टीमों की संख्या में भी इजाफा किया गया है. प्रो-कबड्डी लीग (Pro-Kabaddi League season 1) के पहले सीजन में जहां 8 टीमों ( Pro-Kabaddi 8 Teams) उतरी थीं. अब इनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है. इस लीग ((Pro Kabaddi League) में भारत के खिलाफ दुनिया के सभी बड़े देश के खिलाड़ी उतरते हैं.
Pro-Kabaddi Teams
प्रो कबड्डी लीग Pro-Kabaddi League Teams) की 12 टीमें ये हैं: जयपुर पिंक पैंथर्स (Jaipur Pink Panther), यू मुंबा (U Mumba), पटना पायरेट्स (Patna Pirates), बेंगलुरू बुल्स (Bengaluru Bulls), बंगाल वारियर्स (Bengal Warriors), दबंग दिल्ली (Dabang Delhi KC), गुजरात फॉर्च्यून जाएंट्स (Gujarat Fortune Giants), हरियाणा स्टीलर्स (Haryana Steelers), पुणेरी पल्टन (Puneri Paltan), तमिल थलाइवाज (Tamil Thalaivas), तेलुगू टाइटंस (Telugu Titans) और यूपी योद्धा (UP Yoddha).
Pro-Kabaddi Player salary
अब तक 5 टीमें प्रो-कबड्डी लीग (Pro-Kabaddi League) का खिताब जीत चुकी हैं. पटना पायरेट्स ने सबसे अधिक 3 बार टाइटल पर कब्जा किया है. पहले सीजन (PKL Season 1) में जहां सबसे महंगे खिलाड़ी को 12.60 लाख रुपए मिले थे. मौजूदा सीजन के लिए सबसे महंगे खिलाड़ी प्रदीप नरवाल को 1.65 करोड़ रुपए मिले. यानी अब कबड्डी के खिलाड़ियों की सैलरी (Pro-Kabaddi player salary) में भी बड़ा उछाल आया है. चैंपियन टीम को प्राइज मनी के तौर पर 3 करोड़ जबकि रनरअप को 1.8 करोड़ रुपए मिलते हैं. बॉलीवुड स्टार अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan ) के अलावा कई बड़े बिजनेस ग्रुप ने भी लीग की टीमें खरीदी हैं.
कोरोना के कारण पिछला सीजन (PKL Season) नहीं हो सका था. लेकिन एक बार फिर लीग वापसी करने को तैयार है. अब तक 7 सीजन ( PKL Season 7) के मुकाबले हो चुके हैं. यू मुंबा (Pro-Kabaddi U Mumba) और पटना पायरेट्स (Pro-Kabaddi Patna Pirates) लीग के इतिहास में सबसे अधिक मुकाबले जीतने वाली टीम हैं. प्रदीप नरवाल ( Pradeep Narwal )और राहुल चौधरी (Rahul Chaudhari) सबसे सफल खिलाड़ी हैं. दोनों ने अब तक तक 1000 से अधिक अंक बटोरे हैं.