सावन मास की तीसरी सोमवारी को लेकर रविवार की देर शाम श्रद्धालु चाहे बच्चे, महिलाएं व पुरुष सभी गेरुआ वस्त्र धारण कर दामोदर और गरगा नदी पहुंचे औऱ आस्था व श्रद्धा के साथ पात्र में जल भरा और विधि विधान से पूजा कर चिड़काधाम पुरुलिया बंगाल के लिए रवाना हुए. चिड़काधाम पुरुलिया बंगाल स्थित शिव मंदिर की महिम
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