पति के प्रेम और लंबी उम्र के लिए वट सावित्री पर करें ये 5 उपाय, घर में आएगी लक्ष्मी, बरगद बनेगा सौभाग्य का माध्यम
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Vat Savtri Vrat 2025 : वट सावित्री व्रत सिर्फ एक धार्मिक परंपरा नहीं है, यह प्रेम, समर्पण और जीवन साथी के लिए अटूट विश्वास का प्रतीक है. जब एक स्त्री पूरे मन से यह व्रत करती है और उसके साथ श्रद्धा से उपाय करती है, तो जीवन में सुख, शांति और समृद्धि स्वतः आती है.

Vat Savtri Vrat 2025 : हर साल ज्येष्ठ महीने की अमावस्या तिथि को वट सावित्री व्रत रखा जाता है. इस बार यह उपवास 26 मई 2025 को रखा जाएगा. मान्यता है कि इसी दिन सावित्री ने अपने पति सत्यवान के प्राण यमराज से वापस लिए थे. तभी से विवाहित महिलाएं इस दिन अपने पति की लंबी उम्र और सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना करते हुए यह व्रत रखती हैं. वट सावित्री व्रत के दिन व्रती महिलाएं सुबह-सुबह स्नान कर व्रत का संकल्प लेती हैं. इसके बाद वट यानी बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं. बरगद का पेड़ इस दिन सबसे अधिक पवित्र माना जाता है, क्योंकि इसमें तीन प्रमुख शक्तियों ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास माना गया है.
इस दिन पूजा-पाठ के साथ यदि कुछ विशेष उपाय कर लिए जाएं, तो न सिर्फ पति-पत्नी के बीच प्रेम बना रहता है, बल्कि घर में भी सुख-शांति का वास होता है. कौनसे हैं वे उपाय आइए जानते हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.
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वट सावित्री के दिन करें ये उपाय
1. बरगद के पेड़ की पूजा
सबसे पहले भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र बरगद के पेड़ के नीचे रखें. उनके सामने शुद्ध घी का दीपक जलाएं. भगवान को पीले पुष्प और मीठा भोग अर्पित करें.
1. बरगद के पेड़ की पूजा
सबसे पहले भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र बरगद के पेड़ के नीचे रखें. उनके सामने शुद्ध घी का दीपक जलाएं. भगवान को पीले पुष्प और मीठा भोग अर्पित करें.
2. पति के साथ परिक्रमा
पति के साथ मिलकर वट वृक्ष की 11 बार परिक्रमा करें. परिक्रमा के समय मौन रहना और मन में भगवान से अपने रिश्ते की मजबूती की प्रार्थना करना शुभ माना जाता है.
पति के साथ मिलकर वट वृक्ष की 11 बार परिक्रमा करें. परिक्रमा के समय मौन रहना और मन में भगवान से अपने रिश्ते की मजबूती की प्रार्थना करना शुभ माना जाता है.
3. आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए
इस दिन पीले या सफेद रंग की 11 कौड़ियां बरगद के पेड़ की जड़ में चढ़ाएं. इसके बाद उन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या अलमारी में रखें. इससे मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है.
इस दिन पीले या सफेद रंग की 11 कौड़ियां बरगद के पेड़ की जड़ में चढ़ाएं. इसके बाद उन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या अलमारी में रखें. इससे मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है.
4. सुहाग की चीजें दान करें
11 सुहागिन महिलाओं को सिंदूर, चूड़ी, बिंदी, काजल आदि सौंदर्य का सामान भेंट करें. ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में प्यार और अपनापन बना रहता है.
11 सुहागिन महिलाओं को सिंदूर, चूड़ी, बिंदी, काजल आदि सौंदर्य का सामान भेंट करें. ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में प्यार और अपनापन बना रहता है.
5. जरूरतमंदों को भोजन कराएं
बरगद के पेड़ के नीचे बैठाकर किसी जरूरतमंद को भोजन कराना बहुत पुण्यदायक होता है. माना जाता है कि इससे पति की उम्र लंबी होती है और जीवन से संकट दूर रहते हैं.
बरगद के पेड़ के नीचे बैठाकर किसी जरूरतमंद को भोजन कराना बहुत पुण्यदायक होता है. माना जाता है कि इससे पति की उम्र लंबी होती है और जीवन से संकट दूर रहते हैं.
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ध्यान देने योग्य बातें
1. व्रत रखने वाली महिलाएं इस दिन काले कपड़े न पहनें.
2. सूर्यास्त के बाद व्रत खोलें और पहले भगवान को भोग लगाएं.
3. किसी से कटु वचन न कहें और दिनभर शांत मन से व्रत करें.
1. व्रत रखने वाली महिलाएं इस दिन काले कपड़े न पहनें.
2. सूर्यास्त के बाद व्रत खोलें और पहले भगवान को भोग लगाएं.
3. किसी से कटु वचन न कहें और दिनभर शांत मन से व्रत करें.
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