न खेती न जमीन, फिर भी हर महीने ₹50,000 कमाई! खंडवा के किसान बटेर पालन से लिख रहे अपनी सफलता
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Quail Farming in Khandwa: कम जमीन और कम लागत में बटेर पालन बना खंडवा जिले के किसानों के लिए आय का नया जरिया। जानिए कैसे ₹30,000 के निवेश में हर महीने पक्की कमाई की जा रही है और कैसे शुरू करें बटेर पालन.
खंडवा: बढ़ती मंहगाई और घटती आमदनी के इस दौर में खेती से उम्मीदें रखना चुनौती बनता जा रहा है. लेकिन खंडवा जिले के कुछ जागरूक किसानों ने परंपरागत खेती के साथ अब एक ऐसा व्यवसाय शुरू किया है, जिससे कम मेहनत और कम जगह में भी हर महीने ₹40,000 से ₹50,000 तक की स्थिर आमदनी हो रही है और यह सब संभव हुआ है बटेर पालन के ज़रिए.
छोटा पक्षी, बड़ा लाभ
बटेर (Quail) एक छोटा पक्षी है, जिसका मांस और अंडा दोनों ही अत्यधिक पौष्टिक होते हैं. इसे मिनी-पावरहाउस कहा जाता है क्योंकि इसमें प्रोटीन, आयरन और फॉस्फोरस भरपूर होता है. यही कारण है कि बटेर के अंडे और मांस की मांग रेस्टोरेंट, ढाबों और बाजार में लगातार बढ़ रही है.
बटेर (Quail) एक छोटा पक्षी है, जिसका मांस और अंडा दोनों ही अत्यधिक पौष्टिक होते हैं. इसे मिनी-पावरहाउस कहा जाता है क्योंकि इसमें प्रोटीन, आयरन और फॉस्फोरस भरपूर होता है. यही कारण है कि बटेर के अंडे और मांस की मांग रेस्टोरेंट, ढाबों और बाजार में लगातार बढ़ रही है.
कैसे शुरू करें बटेर पालन?
बटेर पालन की शुरुआत करने के लिए किसी बड़ी जमीन या भारी निवेश की आवश्यकता नहीं होती. एक 10×10 फीट का शेड पर्याप्त है, जिसमें 500 बटेर आसानी से रखे जा सकते हैं.
जरूरी चीजों में शामिल हैं.
बटेर पालन की शुरुआत करने के लिए किसी बड़ी जमीन या भारी निवेश की आवश्यकता नहीं होती. एक 10×10 फीट का शेड पर्याप्त है, जिसमें 500 बटेर आसानी से रखे जा सकते हैं.
जरूरी चीजों में शामिल हैं.
पिंजरा या केज सिस्टम
पानी और दाने की ट्रे
ब्रूडर रूम
ड्रिप सिस्टम
कितना लगेगा खर्च और कितना मिलेगा मुनाफा?
500 चूजे: ₹5,000–₹6,000
500 चूजे: ₹5,000–₹6,000
फीड, दवा, पिंजरे: ₹15,000–₹20,000
कुल लागत: ₹25,000–₹30,000
40 दिन में अंडा देने लगते हैं, और दो महीने में मांस के लिए तैयार हो जाते हैं.
रोज 400 अंडे: ₹4000
महीने भर में अंडे से ₹1.2 लाख
साथ ही मांस बिक्री से ₹20,000–₹40,000
खर्च काटकर मुनाफा ₹40,000–₹50,000 हो सकता है.
बिक्री कहां करें?
बटेर की बिक्री के लिए स्थानीय होटल, ढाबा, नॉनवेज दुकानों से संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा सोशल मीडिया या वॉट्सऐप ग्रुप से सीधे ग्राहक तक पहुंच सकते हैं. स्मार्ट तरीके में होम डिलीवरी मॉडल अपनाकर ऑनलाइन स्टार्टअप बनाया जा सकता है
बटेर की बिक्री के लिए स्थानीय होटल, ढाबा, नॉनवेज दुकानों से संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा सोशल मीडिया या वॉट्सऐप ग्रुप से सीधे ग्राहक तक पहुंच सकते हैं. स्मार्ट तरीके में होम डिलीवरी मॉडल अपनाकर ऑनलाइन स्टार्टअप बनाया जा सकता है
सरकारी सहायता और ट्रेनिंग
पशुपालन विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) ट्रेनिंग और कई बार सब्सिडी या लोन भी उपलब्ध कराते हैं. शुरुआत करने वाले किसानों को यह काफी मदद करता है.
पशुपालन विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) ट्रेनिंग और कई बार सब्सिडी या लोन भी उपलब्ध कराते हैं. शुरुआत करने वाले किसानों को यह काफी मदद करता है.
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