किसानों के लिए वरदान है ये योजना… बनेंगे आत्मनिर्भर, इस खेती पर मिलेगा 50-90 प्रतिशत का अनुदान
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Agency:News18 Bihar
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किसान जिनके पास खुद की जमीन नहीं उनके लिए भी सरकार ने योजना चला रही है. वैसे किसान मशरूम पालन और मधुमक्खी पालन का भी लाभ ले सकते हैं. उन्होंने मधुमक्खी पालन के लिए 75% अनुदान की राशि मिलेगी.
विक्रम कुमार झा/पूर्णिया. रैयत किसान या गैर रैयत किसान भाई के लिए ये बेहद खास खबर है. अगर आप फल, सब्जी के साथ फूल की खेती करना चाहते हैं तो सरकार भी आपकी मदद करेगी. बिहार सरकार के उद्यान विभाग सब्सिडी योजना से खेती करके आप 50 से 90 प्रतिशत तक सब्सिडी की राशि लें सकते हैं. जिला उद्यान पदाधिकारी राहुल कुमार कहते हैं सरकार के द्वारा किसान भाइयों को दो तरह से फायदा मिल पाता है. ऐसे किसान जिनकी खुद की जमीन हो या लीज पर खेती करते हों, उन किसानों को भी सहायता दी जाती है.
पदाधिकारी ने कहा किक्षेत्र विस्तार कार्यक्रम के तहत वार्षिक फसल आम, लीची अमरुद के फसलों पर कुल लागत का 50% सब्सिडी राशि अनुदानित है. इन फसलों की खेती करने वाले किसानों को 3 साल तक राशि हस्तांतरि सब्सिडी की राशि की जाती है. ड्रैगन फ्रूट की खेती में 50000 रुपये प्रति हेक्टेयर सहायता राशि दी जाती है. स्ट्रॉबेरी में 50% सब्सिडी दी जाती है. फूल की खेती के लिए किसानों को मुख्यतः लूज फ्लावर, मेरीगोल्ड, गेंदा का उच्च क्वालिटी का पौधा उपलब्ध कराया जाता है. फर्टिलाइजर या अन्य सामग्री की जरूरत होती है उसकाे भी 8000 रुपये प्रति हेक्टेयर दर से उपलब्ध कराया जाता है. सब्जी की खेती में हाइब्रिड बीज खरीद पर 50% सब्सिडी का टोटल मूल्य का किसान को डीबीटी किया जाता है.
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मधुमक्खी पालन पर इतना अनुदान
किसान जिनके पास खुद की जमीन नहीं उनके लिए भी सरकार ने योजना चला रही है. वैसे किसान मशरूम पालन और मधुमक्खी पालन का भी लाभ ले सकते हैं. उन्होंने मधुमक्खी पालन के लिए 75% अनुदान की राशि मिलेगी. sc/st को 90% तक का अनुदान किसानों को मिलेगा. मशरूम हब स्कीम में कुल लागत 189000 रुपए का स्ट्रक्चर बनाकर तैयार होता है. जिसका 1500 स्क्वायर फीट का होता है. उसका 90% पैसा तकरीबन 89000 किसान को वापस दे दिया जाता है. ऐसे किसान जो पहली बार मशरूम की खेती कर रहे हैं, उन्हें प्रशिक्षण लेना होगा. दोनों में सब्सिडी का लाभ मिलेगा.
किसान जिनके पास खुद की जमीन नहीं उनके लिए भी सरकार ने योजना चला रही है. वैसे किसान मशरूम पालन और मधुमक्खी पालन का भी लाभ ले सकते हैं. उन्होंने मधुमक्खी पालन के लिए 75% अनुदान की राशि मिलेगी. sc/st को 90% तक का अनुदान किसानों को मिलेगा. मशरूम हब स्कीम में कुल लागत 189000 रुपए का स्ट्रक्चर बनाकर तैयार होता है. जिसका 1500 स्क्वायर फीट का होता है. उसका 90% पैसा तकरीबन 89000 किसान को वापस दे दिया जाता है. ऐसे किसान जो पहली बार मशरूम की खेती कर रहे हैं, उन्हें प्रशिक्षण लेना होगा. दोनों में सब्सिडी का लाभ मिलेगा.
ऐसे मिलेगा सभी योजनाओं को लाभ
जिला उद्यान पदाधिकारी राहुल कुमार कहते हैं कि अगर कोई भी किसान इन सभी योजनाओं का लाभ लेने के लिए किसान उनको एक प्रॉपर फॉर्मेट पर साइन करना होगा. जिनके खेत में खेती करते हैं, उनका डिटेल भरना होगा. सत्यापन कराकर प्रखंड उद्यान पदाधिकारी को जमा करना होगा. जिसके बाद उन्हें सरकार के द्वारा दी जाने वाली सभी सब्सिडी योजना का लाभ मिलेगा.
जिला उद्यान पदाधिकारी राहुल कुमार कहते हैं कि अगर कोई भी किसान इन सभी योजनाओं का लाभ लेने के लिए किसान उनको एक प्रॉपर फॉर्मेट पर साइन करना होगा. जिनके खेत में खेती करते हैं, उनका डिटेल भरना होगा. सत्यापन कराकर प्रखंड उद्यान पदाधिकारी को जमा करना होगा. जिसके बाद उन्हें सरकार के द्वारा दी जाने वाली सभी सब्सिडी योजना का लाभ मिलेगा.
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Mohd Majid
पत्रकारिता में 4 साल का अनुभव, News18 इंडिया में कंटेंट राइटर के तौर पर काम करने का अनुभव, इससे पहले ETV Bharat (हैदराबाद) में कंटेंट राइटर और कंटेंट रिसर्च के तौर पर काम किया है. जामिया मिलिया इस्लामिया से पत्...और पढ़ें
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