वेनिला फ्लेवर की असलियत है बेहद घिनौनी, जानने के बाद कभी नहीं खाएंगे वेनिला आइसक्रीम
Agency:News18Hindi
Last Updated:
क्या आपको भी वेनिला फ्लेवर (Vanilla Flavour) काफी पसंद है? लेकिन क्या आपको पता है कि आखिर ये फ्लेवर (Source Of Vanilla) आता कहां से है? आज इस खबर को पढ़ने के बाद शायद आप आगे कभी वेनिला फ्लेवर की कोई चीज नहीं खाएंगे.

वेनिला फ्लेवर (Vanilla Flavour) का रिफ्रेशिंग स्वाद भला किसे पसंद नहीं है. इस फ्लेवर का इस्तेमाल आइसक्रीम से लेकर केक (Vanilla Icecream-Cake) तक में किया जाता है. इस फ्लेवर का स्वाद मीठा-मीठा सा होता है. कई बार कॉफ़ी से लेकर रिफ्रेशिंग ड्रिंक्स में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये फ्लेवर असल में आता कहां से है? अगर आपको सच का पता चल जाए तो शयद आप कभी भी वेनिला फ्लेवर की कोई चीज ना खाएं.
इन दिनों सोशल नेटवर्किंग साइट टिकटोक (Tiktok) पर वायरल हुए एक ट्रेंड के बाद अचानक लोग गूगल पर वेनिला फ्लेवर (Vanilla Flavour) के सोर्स के बारे में बता लगाने लगे. इसके बाद लोग पता लगाने में जुट गए कि आखिर कई बेकिंग रेसिपीज में शामिल होने वाला ये वेनिला फ्लेवर असल में आता कहां से है. जब गूगल पर इसके रिजल्ट देखे गए तो लोगों को उबकाई आ गई. जिस वेनिला आइसक्रीम को आप चटकारे ले लेकर खाते हैं, वो असल में जिस जगह से आती है उसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं.
जानते ही आ जाएगी उबकाई
लोगों ने ट्रेंड के बाद गूगल पर सर्च किया कि आखिर वेनिला फ्लेवर आता कहां से है? इसके रिजल्ट ने सबको हैरान कर दिया. नेशनल जियोग्राफिक चैनल का रिजल्ट इस सर्च में सबसे ऊपर था. असल में वेनिला फ्लेवर चूहे के चूहे की पॉटी से बनाया जाता है. चूहों के एनल ग्लैंड से निकलने वाले चिपचिपे पदार्थ से एक खास तरह खुशबू निकलती है. इसी चिपचिपे पदार्थ को जमा कर उससे वेनिला एक्सट्रेक्ट किया जाता है.
लोगों ने ट्रेंड के बाद गूगल पर सर्च किया कि आखिर वेनिला फ्लेवर आता कहां से है? इसके रिजल्ट ने सबको हैरान कर दिया. नेशनल जियोग्राफिक चैनल का रिजल्ट इस सर्च में सबसे ऊपर था. असल में वेनिला फ्लेवर चूहे के चूहे की पॉटी से बनाया जाता है. चूहों के एनल ग्लैंड से निकलने वाले चिपचिपे पदार्थ से एक खास तरह खुशबू निकलती है. इसी चिपचिपे पदार्थ को जमा कर उससे वेनिला एक्सट्रेक्ट किया जाता है.
खुशबू से इलाका तय करते हैं चूहे
चूहों के बट से निकलने वाले इस तरल पदार्थ को कस्टोरेयम कहा जाता है. इस खुशबू के जरिये चूहे अपना इलाका तय करते हैं. इसकी खुशबू वेनिला जैसी होती है जिसे बाद में वेनिला फ्लेवर में कन्वर्ट किया जाता है. कस्टोरेयम के इस्तेमाल को यूएस फ़ूड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन ने सेफ घोषित किया है. बीते 80 सालों से इसका इस्तेमाल खाने में फ्लेवर बढ़ाने और परफ्यूम्स आदि में किया जाता है.
चूहों के बट से निकलने वाले इस तरल पदार्थ को कस्टोरेयम कहा जाता है. इस खुशबू के जरिये चूहे अपना इलाका तय करते हैं. इसकी खुशबू वेनिला जैसी होती है जिसे बाद में वेनिला फ्लेवर में कन्वर्ट किया जाता है. कस्टोरेयम के इस्तेमाल को यूएस फ़ूड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन ने सेफ घोषित किया है. बीते 80 सालों से इसका इस्तेमाल खाने में फ्लेवर बढ़ाने और परफ्यूम्स आदि में किया जाता है.
ये है राहत की खबर
वेनिला प्रेमियों को घबराने की जरुरत नहीं है. चूहों के ग्लैंड से निकलने वाले फ्लेवर का इस्तेमाल खाने के आईटम में काफी कम किया जाता है. ज्त्यादातर खाने वाली चीजों में वेनिला बीन्स से निकाला फ्लेवर यूज किया जाता है. चूहों के ग्लैंड से निकलने वाले सेंट का इस्तेमाल परफ्यूम्स और कैंडल में किया जाता है. ऐसे में आप अभी भी इसका लुत्फ़ उठा सकते हैं. बस कोशिश करें कि उसे खाने से पहले फ्लेवर के सोर्स का पता लगा लें.
वेनिला प्रेमियों को घबराने की जरुरत नहीं है. चूहों के ग्लैंड से निकलने वाले फ्लेवर का इस्तेमाल खाने के आईटम में काफी कम किया जाता है. ज्त्यादातर खाने वाली चीजों में वेनिला बीन्स से निकाला फ्लेवर यूज किया जाता है. चूहों के ग्लैंड से निकलने वाले सेंट का इस्तेमाल परफ्यूम्स और कैंडल में किया जाता है. ऐसे में आप अभी भी इसका लुत्फ़ उठा सकते हैं. बस कोशिश करें कि उसे खाने से पहले फ्लेवर के सोर्स का पता लगा लें.
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
और पढ़ें