Advertisement

भारत में धूम मचा रही ये SUV, पर देश के बाहर एक भी कार नहीं बेच सकती कंपनी, जानिए क्यों लगी है पाबंदी

Written by:
Last Updated:

Mahindra SUV: महिंद्रा को भारत में SUVs बनाने के लिए जाना जाता है, तो वहीं जीप को दुनिया भर में दमदार SUVs और जबरदस्त ऑफ-रोड कारें बनाने के लिए जाना जाता है. इन दोनों ही कंपनियों के बीच एक कनेक्शन भी है और एक ऐसी लड़ाई भी जो 15 साल तक खिंच गई.

भारत में इस SUV के करोड़ों दीवाने, पर देश बाहर एक कार भी नहीं बेच सकती कंपनीमहिंद्रा की इस कार पर विदेशों में लगा है बैन.
नई दिल्ली. भारत में महिंद्रा को बोलेरो, स्कॉर्पियो और थार जैसी ऑल-टाइम हिट एसयूवी बनाने के लिए जाना जाता है. कंपनी केवल देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपनी एसयूवी के लिए लोकप्रिय रही है. खासतौर पर अमेरिका के बाजार में महिंद्रा की रोक्सर (Roxor) ऑफरोडर को खूब पसंद किया जाता है. हालांकि, कंपनी भारत में बिकने वाली अपनी सबसे लोकप्रिय एसयूवी की एक भी यूनिट को विदेशी बाजार में नहीं बेच सकती.

कंपनी पर विदेशों में इस कार की बिक्री करने पर पाबंदियां लगाई गई हैं, इस वजह से एक बेहतर एसयूवी होने के बावजूद कंपनी इसे इंटरनेशनल मार्केट में नहीं बेच सकती. आइये जानते हैं इसकी क्या वजह है और इस मॉडल की बिक्री पर बंदिशें क्यों लगाई गई हैं.
महिंद्रा और जीप​ का इतिहास
महिंद्रा को भारत में SUVs बनाने के लिए जाना जाता है, तो वहीं जीप को दुनिया भर में दमदार SUVs और जबरदस्त ऑफ-रोड कारें बनाने के लिए जाना जाता है. इन दोनों ही कंपनियों के बीच एक कनेक्शन भी है और एक ऐसी लड़ाई भी जो 15 साल तक खिंच गई. जीप को पहले विलिस जीप के नाम से जाना जाता था. KC महिंद्रा और JC महिंद्रा ने 1947 में जीप से लाइसेंस लिया और भारत में जीप बनानी शुरू की और इसे रॉक्सर नाम दिया. यह जीप लोगों के बीच काफी पॉपुलर हुई और 1987 में क्रिज्लर ने जीप का अधिग्रहण कर लिया.

महिंद्रा को साल 1996 में मुख्य रूप से पहचान मिली जब कंपनी ने क्लासिक जीप कार निकाली. इधर साल 2009 में क्रिज्लर ने महिंद्रा के साथ समझौता किया कि अब कंपनी 7 ग्रिल डिजाइन वाली कारें नहीं बनाएगी. इसी बीच 2010 में महिंद्रा ने पहली बार थार लॉन्च की और इसके 5 साल बाद साल 2014 में फिएट ने जीप क्रिज्लर को खरीद लिया और कंपनी फिएट क्रिज्लर ऑटो (FCA) कहलाने लगी.
​महिंद्रा पर लगे आरोप
फिर साल 2019 में FCA ने अमेरिकी कोर्ट में महिंद्रा के खिलाफ केस दर्ज करवाया और महिंद्रा पर जीप की कारों के डिजाइन की नकल करने का इल्जाम लगाया. FCA का दावा था कि महिंद्रा ने ऑस्ट्रेलिया और अमेरिकी बाजारों में बिकने वाली रॉक्सर और थार का डिजाइन जीप रेंगलर रुबिकन से लिया है. आपको बता दें कि साल 2020 में महिंद्रा ने थार की दूसरी जनरेशन को लॉन्च किया था.

कंपनी ने 2020 में ही ऑस्ट्रेलिया में भी थार को लॉन्च करने की योजना का खुलासा किया, लेकिन 2021 में कंपनी को अपने कदम पीछे खींचने पड़े. FCA ने यह आरोप लगाते हुए अस्ट्रेलिया के फेडरल कोर्ट में महिंद्रा के खिलाफ मुकदमा दायर किया कि कंपनी ने जीप रैंगलर के डिजाइन की नकल की है. इसपर फेडरल कोर्ट ने फैसला सुनाया कि थार जीप रैंगलर के समान दिखती है और महिंद्रा को थार को ऑस्ट्रेलिया में आयात करने की अपनी योजना को स्थगित करने के लिए मजबूर होना पड़ा.
किसकी हुई जीत?
आखिरकार 2023 में अमेरिकी कोर्ट ने महिंद्रा के पक्ष में फैसला सुनाया और महिंद्रा ये केस जीत गई. हालांकि, कंपनी अब भारत के अलावा किसी और देश में थार की बिक्री नहीं कर सकती. कंपनी को अमेरिकी मार्केट में बिकने वाली रॉक्सर में भी कुछ बदलाव करने पड़े. इस तरह महिंद्रा और जीप की लड़ाई 2023 में खत्म हो गई.

फिलहाल, महिंद्रा आपनी थार एसयूवी को भारत में तो बेच सकती है, लेकिन इंटरनेशनल कोर्ट द्वारा लगाए गए पाबंदियों के वजह से किसी भी देश में निर्यात नहीं कर सकती. महिंद्रा अगर अन्य देशों में थार की बिक्री करना चाहती है तो उसे एसयूवी के डिजाइन में बदलाव करना होगा.

About the Author

Nitish Kumar
डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में बतौर 5 साल से कार्यरत हूं. वैसे तो सभी तरह की खबरों पर नजर रखता हूं, लेकिन ऑटोमोबाइल और टेक्नोलाॅजी से जुड़ी खबरों में खास रुचि है. कार, बाइक और गैजेट्स से संबंधित खबरों पर पैनी नजर...और पढ़ें
डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में बतौर 5 साल से कार्यरत हूं. वैसे तो सभी तरह की खबरों पर नजर रखता हूं, लेकिन ऑटोमोबाइल और टेक्नोलाॅजी से जुड़ी खबरों में खास रुचि है. कार, बाइक और गैजेट्स से संबंधित खबरों पर पैनी नजर... और पढ़ें
न्यूज़18 हिंदी को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homeauto
भारत में इस SUV के करोड़ों दीवाने, पर देश बाहर एक कार भी नहीं बेच सकती कंपनी
और पढ़ें