मंत्र पढ़ रहा था पंडित, होने वाले थे 7 फेरे, तभी दूल्हे ने दुल्हन से कहा- टॉयलेट जाना है, फिर नहीं हुई शादी
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Agency:News18 Bihar
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Bihar News: मोतिहारी के घोड़ासहन के निमोइया में एक शादी हो रही थी. जैसे ही उस शादी में दूल्हा-दुल्हन ने वरमाला डाली. उसके बाद सिंदूरदान की रस्म का समय आया. वैसे ही दूल्हे ने टॉयलेट जाने की बात कही. इसके बाद सबकुछ बिगड़ गया और शादी टूट गई.
दूल्हा फूर्र हो गया. (एआई जनरेटेड तस्वीर)मोतिहारी (अवनीश सिंह): बिहार के मोतिहारी की एक शादी इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है. आमतौर पर शादी-बारातों में दुल्हन को भागते हुए सुना होगा. फिल्मों में भी कई बार शादी से पहले या शादी के बाद दुल्हन को भागते हुए दिखाया गया है, लेकिन यहां एक ऐसी शादी हुई, जहां बिल्कुल उल्टा हुआ. जी हां आप ठीक सोच रहे हो, निमोइया गांव में बारात आई थी. मगर, सात फेरे होने से पहले ही दूल्हा भाग गया.
निमोइया का मामला
दरअसल, मोतिहारी के घोड़ासहन के निमोइया में एक शादी हो रही थी. जैसे ही उस शादी में दूल्हा-दुल्हन ने वरमाला डाली. उसके बाद सिंदूरदान की रस्म का समय आया. वैसे ही कुछ देर बाद दूल्हे के भाग जाने की खबर उड़ने लगी. जैसे ही यह खबर लड़की वालों के कानों तक पहुंची वैसे ही बवाल कट गया. बाद में गांव वालों ने दूल्हे को पकड़ लिया. हालांकि, लड़के ने शादी करने से साफ इनकार कर दिया. गांव वालों के लड़के को बंधक बनाने के बाद पंचायती के माध्यम से मामले को सुलझाया और स्थानीय जनप्रतिनिधि की मदद से फैसला हुआ कि लड़की को लड़के वाले शादी का खर्च और नुकसान की भरपाई देंगे.
दरअसल, मोतिहारी के घोड़ासहन के निमोइया में एक शादी हो रही थी. जैसे ही उस शादी में दूल्हा-दुल्हन ने वरमाला डाली. उसके बाद सिंदूरदान की रस्म का समय आया. वैसे ही कुछ देर बाद दूल्हे के भाग जाने की खबर उड़ने लगी. जैसे ही यह खबर लड़की वालों के कानों तक पहुंची वैसे ही बवाल कट गया. बाद में गांव वालों ने दूल्हे को पकड़ लिया. हालांकि, लड़के ने शादी करने से साफ इनकार कर दिया. गांव वालों के लड़के को बंधक बनाने के बाद पंचायती के माध्यम से मामले को सुलझाया और स्थानीय जनप्रतिनिधि की मदद से फैसला हुआ कि लड़की को लड़के वाले शादी का खर्च और नुकसान की भरपाई देंगे.
यह है मामला
भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र घोड़ासहन थाना अंतर्गत निमोइया गांव में विगत 7 मई को एक शादी चर्चा का विषय बन गई है. यहां निमोइया गांव के रहने वाले हरेंद्र महतो की बेटी की शादी जोलगांवा गांव के रमेश महतो के बेटे से तय हुई थी. वरमाला की रस्म तक सबकुछ सही रहा. फिर बाराती खाने पीने में मस्त हो गए और विवाह मंडप में शादी की रस्में शुरू हो गईं. मगर, सिंदूरदान के ठीक पहले दूल्हे ने कहा कि उसे पेशाब जाना है. फिर उठकर चला गया. उसके बाद पता चला कि दूल्हा भाग गया, जिसके बाद पूरे गांव में अफरा-तफरी मची रही.
भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र घोड़ासहन थाना अंतर्गत निमोइया गांव में विगत 7 मई को एक शादी चर्चा का विषय बन गई है. यहां निमोइया गांव के रहने वाले हरेंद्र महतो की बेटी की शादी जोलगांवा गांव के रमेश महतो के बेटे से तय हुई थी. वरमाला की रस्म तक सबकुछ सही रहा. फिर बाराती खाने पीने में मस्त हो गए और विवाह मंडप में शादी की रस्में शुरू हो गईं. मगर, सिंदूरदान के ठीक पहले दूल्हे ने कहा कि उसे पेशाब जाना है. फिर उठकर चला गया. उसके बाद पता चला कि दूल्हा भाग गया, जिसके बाद पूरे गांव में अफरा-तफरी मची रही.
बाद में पंचायत ने लिया फैसला
काफी खोजबीन के बाद आखिरकार दूल्हा की खोज अधूरी रही. बाद में जानकारी मिली कि दूल्हा मंडप से फरार होकर अपने घर पहुंच गया है. उसके बाद गुरुवार की सुबह वधू पक्ष के लोग दूल्हे को पकड़ कर निमोइया लाए और स्थानीय सरपंच रामनरेश यादव के समक्ष इसकी पंचायत बैठाई गई. तब लड़का अनोज कुमार ने बताया कि वह किसी और लड़की से प्रेम करता है. फिर सरपंच रामनरेश यादव ने दोनों पक्ष के समक्ष यह फैसला सुनाया कि लड़का किसी और लड़की से प्रेम करता है इसलिए यह शादी नहीं होगी. किन्तु वर पक्ष के लोग लड़की वाले को शादी में हुए खर्च को लौटाएंगे.
काफी खोजबीन के बाद आखिरकार दूल्हा की खोज अधूरी रही. बाद में जानकारी मिली कि दूल्हा मंडप से फरार होकर अपने घर पहुंच गया है. उसके बाद गुरुवार की सुबह वधू पक्ष के लोग दूल्हे को पकड़ कर निमोइया लाए और स्थानीय सरपंच रामनरेश यादव के समक्ष इसकी पंचायत बैठाई गई. तब लड़का अनोज कुमार ने बताया कि वह किसी और लड़की से प्रेम करता है. फिर सरपंच रामनरेश यादव ने दोनों पक्ष के समक्ष यह फैसला सुनाया कि लड़का किसी और लड़की से प्रेम करता है इसलिए यह शादी नहीं होगी. किन्तु वर पक्ष के लोग लड़की वाले को शादी में हुए खर्च को लौटाएंगे.
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