रामविलास पासवान बोले- नीतीश की नाराजगी महज अफवाह, वो पूरी तरह से NDA के साथ हैं
Agency:News18 Bihar
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पासवान ने कहा कि एनडीए पूरी तरह से एकजुट था और एकजुट है यही कारण है कि हमने बिहार की 40 में से 39 सीटों पर जीत हासिल की है

रामविलास पासवान ने केंद्र सरकार में शामिल नहीं होने को लेकर नीतीश कुमार की नाराजगी को सिरे से नकार दिया है. मंत्री पद की शपथ लेने के बाद पहली बार पटना पहुंचे लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान पटना में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी का सरकार में शामिल होने का ये कतई मतलब नहीं कि वो नाराज हैं. केंद्र और बिहार की राजनीति में बहुत अंतर होता है और जहां दिल मिलता है वहां दिल भी मिल जाते हैं.
पासवान ने कहा कि एनडीए पूरी तरह से एकजुट था और एकजुट है यही कारण है कि हमने बिहार की 40 में से 39 सीटों पर जीत हासिल की है. लोजपा से किसी चेहरे को बिहार मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल नहीं किये जाने के सवाल पर रामविलास ने कहा कुछ बोलने से बचते रहे. इस दौरान उन्होंने कहा कि मंत्री बनना न बनना दलों का अंदरूनी मामला होता है.
जब हम सरकार में शामिल हुए थे तो मैंने अपने भाई पशुपति कुमार पारस का नाम कभी भी मंत्री के लिए नहीं लिया था लेकिन मुझे सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि वो पारस को ही मंत्री बनाना चाहते हैं. इसके साथ ही पासवान ने कहा कि सरकार बनने में एनडीए का प्रतिनिधित्व होना चाहिए और जहां तक नीतीश जी की नाराजगी का बात है तो वो सभी चीजों के लिए सक्षम हैं.
वो अभी भी हमारे साथ हैं और पूरी तरह से साथ हैं और मेरा मानना है कि वो हमारे साथ हैं तो उनको मनाने की कोई जरूरत नहीं है. पासवान ने कहा कि इस बार एनडीए को पीएम के काम पर वोट मिले हैं और लोग विकास के आगे जाति की राजनीति से को नकार चुके हैं. आने वाले समय में जाति की राजनीति खत्म हो जाएगी. मालूम हो कि रविवार को बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है जिसमें जेडीयू ने बीजेपी और लोजपा के बगैर साथ लिए आठ लोगों को मंत्री बनाया है.
ये भी पढ़ें- JDU के इस चेहरे को 'रिटर्न गिफ्ट' में मिली मंत्री की कुर्सी
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पासवान ने कहा कि एनडीए पूरी तरह से एकजुट था और एकजुट है यही कारण है कि हमने बिहार की 40 में से 39 सीटों पर जीत हासिल की है. लोजपा से किसी चेहरे को बिहार मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल नहीं किये जाने के सवाल पर रामविलास ने कहा कुछ बोलने से बचते रहे. इस दौरान उन्होंने कहा कि मंत्री बनना न बनना दलों का अंदरूनी मामला होता है.
जब हम सरकार में शामिल हुए थे तो मैंने अपने भाई पशुपति कुमार पारस का नाम कभी भी मंत्री के लिए नहीं लिया था लेकिन मुझे सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि वो पारस को ही मंत्री बनाना चाहते हैं. इसके साथ ही पासवान ने कहा कि सरकार बनने में एनडीए का प्रतिनिधित्व होना चाहिए और जहां तक नीतीश जी की नाराजगी का बात है तो वो सभी चीजों के लिए सक्षम हैं.
वो अभी भी हमारे साथ हैं और पूरी तरह से साथ हैं और मेरा मानना है कि वो हमारे साथ हैं तो उनको मनाने की कोई जरूरत नहीं है. पासवान ने कहा कि इस बार एनडीए को पीएम के काम पर वोट मिले हैं और लोग विकास के आगे जाति की राजनीति से को नकार चुके हैं. आने वाले समय में जाति की राजनीति खत्म हो जाएगी. मालूम हो कि रविवार को बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है जिसमें जेडीयू ने बीजेपी और लोजपा के बगैर साथ लिए आठ लोगों को मंत्री बनाया है.
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