अमेरिका में मिलेगा तिलकुट, तो लंदन में खुरमा... बिहार की 3 देसी मिठाइयां दुनिया में बनाएंगी पहचान
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Patna News: बिहार के खाटी देशी खान-पान की चर्चा ना सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी होगी. क्योंकि अब बिहार के देशी खान-पान को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिल रही है. प्रदेश की तीन देसी मिठाइयों को जीआई टैग मिल सकता है.
बिहार की तिलकुट, बालूशाही और खुरमा को जीआई टैग मिलेगा.पटनाः बिहार की शाही लीची से लेकर जर्दालु आम, कतरनी चूड़ा से लेकर मगही पान तक दुनिया में मशहूर हैं. क्योंकि इन्हें जी आई टैग मिल चुका है. जिसकी वजह से यह दुनिया भर में छाए. इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए बहुत जल्द गया का मशहूर तिलकुट, भोजपुर का प्रसिद्ध खुरमा और सीतामढ़ी के रुन्नी सैदपुर की बालू शाही को भी बहुत जल्द जी आई टैग मिल सकता है. जिसकी वजह से दुनिया भर में तीनों देसी मिठाइयां नई पहचान बना सकती हैं.
यह देसी मिठाइयां खासतौर से गया जिले में बनाई जाती है. गया जिला अधिकारियों की तरफ से केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था कि इन उत्पादों को जी आई टैग दिया जाए. इसके बाद अच्छी खबर ये है कि केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाले GI और GIR ने आवेदन स्वीकार कर लिया है. जिसके बाद ये उम्मीद बढ़ गई है कि इन उत्पादों को GI टैग मिल सकता है. आवेदन स्वीकार होने के बाद वाणिज्य मंत्रालय इस पर विचार करती है और फिर मुहर लगाती है.
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यदि वाणिज्य विभाग ने मुहर लगा दी तो, तीनों उत्पादों की अंतर्राष्ट्रीय पहचान बनने का रास्ता साफ हो जाएगा. बिहार का तिलकुट, खुरमा और बालूशाही की पहचान बिहार से निकल कर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच जाएगी. जो बिहार के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो जाएगा. बालू शाही सीतामढ़ी की एक खास मिठाई है, जो एक खास तकनीक से बनायी जाती है. खाने में बेहद स्वादिष्ट है इस वजह से लोग इसे बेहद पसंद करते हैं. तो वहीं, गया के तिलकुट की पहचान पहले ही देश में है. जो मकर संक्रांति के मौके पर खाया जाता है.
देश में हर त्यौहार पर अलग-अलग मिठाइयों की डिमांड बढ़ जाती है. इसी तरह मकर संक्रांति के मौके पर लोग तिल से बनी देसी मिठाई तिलकुट को खाना पसंद करते हैं. इस अवसर पर इसकी काफी डिमांड होती है. इसी तरह भोजपुर का खुरमा भी फेमस है. जिसे एक खास तकनीक के साथ-साथ स्थानीय कारीगर काफी मेहनत से बनाते हैं. जिसे खाने के बाद आपको एक खास रस का अहसास होगा, जो आपके टेस्ट को बढ़ाता है.
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Mahesh Amrawanshi
माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी से स्नातकोत्तर किया. वर्तमान में न्यूज़18 हिंदी डिजिटल में कार्यरत. राजनीति, क्राइम से जुड़ी खबरें लिखने में रूचि.
माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी से स्नातकोत्तर किया. वर्तमान में न्यूज़18 हिंदी डिजिटल में कार्यरत. राजनीति, क्राइम से जुड़ी खबरें लिखने में रूचि.
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