रोहतास में शुरू हुआ लाइम स्टोन का सर्वे, लोगों में एक बार फिर जगी रोजगार की उम्मीद, पढ़ें खबर
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रोहतास जिले में लाइम स्टोन सर्वे का काम शुरू हो गया है. यदि यह उत्खनन कार्य सफल होता है, तो यह स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन के लिए एक बड़ा अवसर साबित हो सकता है, जिससे क्षेत्र का समग्र विकास संभव होगा.

रोहतास. चूना पत्थर खदानों के बंद होने के बाद रोजगार से वंचित हो चुके रोहतास जिले के नौहट्टा प्रखंड में अब एक बार फिर रोजगार मिलने की उम्मीद जगी है. क्योंकि चुटिया पंडुका गांव के पास स्थित पहाड़ी क्षेत्र में लाइम स्टोन उत्खनन के लिए डालमिया सीमेंट के अभियंताओं ने सर्वे का कार्य शुरू कर दिया है. यह सर्वे कैमूर पहाड़ी के जंगल के लगभग दो सौ एकड़ क्षेत्र में होगा, जिसमें यहां लाइम स्टोन की उपलब्धता का आकलन किया जाएगा. सर्वे के बाद भारत सरकार और वन विभाग से एनओसी की प्रक्रिया पूरा करने के बाद उत्खनन का कार्य शुरू किया जाएगा.
इस क्षेत्र में पहले हुए एक सर्वे के मुताबिक, लाइम स्टोन और ग्लूकोनाइट का प्रचुर भंडार मौजूद है. रोहतास प्रखंड के बंजारी में स्थित डालमिया सीमेंट फैक्ट्री को मुरली पहाड़ी से लाइम स्टोन की आपूर्ति होती थी, लेकिन अब मुरली पहाड़ी में लाइम स्टोन की कमी हो गई है. इसी कारण डालमिया प्रबंधन ने अन्य स्थानों से लाइम स्टोन की खोज शुरू कर दी है.
लोगों में रोजगार की जगी आस
बता दें कि नौहट्टा प्रखंड में खनिज संपदा का भंडार है, लेकिन अब तक इसका सही तरीके से उपयोग नहीं हो पाया है. जब रोहतास उद्योग समूह द्वारा स्थापित डालमियानगर और जपला सीमेंट कारखाने काम कर रहे थे, तो इस क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार के अच्छे अवसर थे. लेकिन 1984 में इन कारखानों के बंद हो जाने के बाद स्थानीय रोजगार पूरी तरह से समाप्त हो गया और लोग अन्य प्रदेशों में मजदूरी करने के लिए मजबूर हो गए. अब जब खनिज संसाधनों के उत्खनन की प्रक्रिया शुरू हो रही है, तो स्थानीय लोगों में उम्मीदें फिर से जगी है. चुटिया निवासी पंकज पाठक का मानना है कि लाइम स्टोन के उत्खनन से इस क्षेत्र का विकास होगा और स्थानीय लोगों को रोजगार के भी अवसर मिलेंगे, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा. कंपनी के अभियंता अशोक कुमार ने बताया कि इस सर्वे कार्य को ड्रोन की मदद से किया जा रहा है. सर्वे के बाद कंपनी को रिपोर्ट सौंपी जाएगी, और उसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
बता दें कि नौहट्टा प्रखंड में खनिज संपदा का भंडार है, लेकिन अब तक इसका सही तरीके से उपयोग नहीं हो पाया है. जब रोहतास उद्योग समूह द्वारा स्थापित डालमियानगर और जपला सीमेंट कारखाने काम कर रहे थे, तो इस क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार के अच्छे अवसर थे. लेकिन 1984 में इन कारखानों के बंद हो जाने के बाद स्थानीय रोजगार पूरी तरह से समाप्त हो गया और लोग अन्य प्रदेशों में मजदूरी करने के लिए मजबूर हो गए. अब जब खनिज संसाधनों के उत्खनन की प्रक्रिया शुरू हो रही है, तो स्थानीय लोगों में उम्मीदें फिर से जगी है. चुटिया निवासी पंकज पाठक का मानना है कि लाइम स्टोन के उत्खनन से इस क्षेत्र का विकास होगा और स्थानीय लोगों को रोजगार के भी अवसर मिलेंगे, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा. कंपनी के अभियंता अशोक कुमार ने बताया कि इस सर्वे कार्य को ड्रोन की मदद से किया जा रहा है. सर्वे के बाद कंपनी को रिपोर्ट सौंपी जाएगी, और उसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
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Mohd Majid
with more than 4 years of experience in journalism. It has been 1 year to associated with Network 18 Since 2023. Currently Working as a Senior content Editor at Network 18. Here, I am covering hyperlocal news f...और पढ़ें
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