मुंबई से गोवा बस 6 घंटे में, कब चालू होगा यह खूबसूरत रोड, नितिन गडकरी ने बता दी डेट
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मुंबई-गोवा एक्सप्रेसवे जल्द ही खुलने वाला है, जिससे यात्रा समय 12 घंटे से घटकर 6 घंटे हो जाएगा. 376 किमी लंबे इस एक्सप्रेसवे पर 41 सुरंगें और 21 पुल हैं.

नई दिल्ली. गोवा घूमने जाने वाले पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है. मुंबई को गोवा से जोड़ने वाला कोंकण एक्सप्रेसवे, जिसे न्यू मुंबई-गोवा हाईवे के नाम से भी जाना जाता है, जल्द ही खुल जाएगा. इस एक्सप्रेसवे के यातायात के लिए खुल जाने से मुंबई से गोवा जाने में केवल छह घंटे ही लगेंगे. अभी इस सफर को तय करने में 12 घंटे से अधिक समय लगता है. केंद्रीय मंत्री गडकरी ने सोमवार को दादर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, ‘‘ मुंबई-गोवा राजमार्ग को लेकर कई कठिनाइयां थीं लेकिन चिंता न करें… हम इस जून तक सड़क का 100 प्रतिशत काम पूरा कर लेंगे.’’ इस महत्वपूर्ण रोड प्रोजेक्ट को पूरा करने में आने वाली कठिनाइयों का जिक्र करते हुए गडकरी ने कहा कि भाइयों के बीच झगड़े थे, अदालतों में मामले थे और भूमि के लिए मुआवजा देने में अंतहीन जटिलताएं थीं. अब वे मुद्दे सुलझ गए हैं और मुंबई-गोवा राजमार्ग पर काम ने गति पकड़ ली है.
कोंकण एक्सप्रेसवे को अमेरिका के कैलिफोर्निया में बने पैसिफिक हाईवे की तर्ज पर बनाया गया है. एक्सप्रेसवे इतना खूबसूरत है कि इस पर यात्रा करना किसी पिकनिक से कम नहीं होगा. एक तरफ ऊंचे हरे-भरे पहाड़ तो दूसरी ओर समंदर के नजारे यात्रियों को रोमांच से भर देंगे. 376 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे को कोंकण तट के साथ बनाया जा रहा है, इसलिए इसे ‘कोंकण एक्सप्रेसवे’ कहा जाएगा. एक्सप्रेसवे के साथ 120 किलोमीटर का स्ट्रेच रोड भी बनाया जा रहा है. इस तरह कुल दूरी 498 किलोमीटर हो जाएगी. इसके निर्माण पर 68,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.
कोंकण एक्सप्रेसवे रूट
कोंकण एक्सप्रेसवे पनवेल (नवी मुंबई) को सिंधुदुर्ग से जोड़ेगा, जिसमें रायगढ़ और रत्नागिरी भी शामिल होंगे. यह एक्सप्रेसवे रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग के 17 तालुका और 3 जिलों के 232 गांवों को कवर करेगा. एक्सप्रेसवे पर 14 इंटरचेंज बनाए गए हैं.
कोंकण एक्सप्रेसवे पनवेल (नवी मुंबई) को सिंधुदुर्ग से जोड़ेगा, जिसमें रायगढ़ और रत्नागिरी भी शामिल होंगे. यह एक्सप्रेसवे रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग के 17 तालुका और 3 जिलों के 232 गांवों को कवर करेगा. एक्सप्रेसवे पर 14 इंटरचेंज बनाए गए हैं.
2011 में शुरू हुआ था निर्माण
साल 2011 में इस परियोजना पर काम शुरू हुआ था. NHAI के अनुसार, इस एक्सप्रेसवे पर बन रही स्ट्रेच रोड का काम लगभग पूरा हो चुका है. इस रोड को दो भाग में बनाया जा रहा. पहला पनवेल से कासू (42.3 किमी) और कासू से इंदापुर (42.3 किमी). एक्सप्रेसवे के लिए जंगल की भी 146 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करना पड़ा है.
साल 2011 में इस परियोजना पर काम शुरू हुआ था. NHAI के अनुसार, इस एक्सप्रेसवे पर बन रही स्ट्रेच रोड का काम लगभग पूरा हो चुका है. इस रोड को दो भाग में बनाया जा रहा. पहला पनवेल से कासू (42.3 किमी) और कासू से इंदापुर (42.3 किमी). एक्सप्रेसवे के लिए जंगल की भी 146 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करना पड़ा है.
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