Advertisement

भारत की रेटिंग बढ़ाने वाली एजेंसी मूडीज के बारे में सबकुछ जानें

Last Updated:

13 साल बाद अमेरिकी रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत की सॉवरेन यानी सरकारी बॉन्ड की रेटिंग बढ़ा दी है. तेज इकोनॉमिक ग्रोथ की उम्मीद में मूडीज ने रेटिंग Baa3 से बढ़ाकर Baa2 कर दी है.

भारत की रेटिंग बढ़ाने वाली एजेंसी मूडीज के बारे में सबकुछ जानें(File Photo)
13 साल बाद अमेरिकी रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत की सॉवरेन यानी सरकारी बॉन्ड की रेटिंग बढ़ा दी है. तेज इकोनॉमिक ग्रोथ की उम्मीद में मूडीज ने रेटिंग Baa3 से बढ़ाकर Baa2 कर दी है. इस खबर को पढ़ने के बाद आपके मन में भी कई सवाल उठ रहे होंगे, कि मूडीज है क्या और क्यों रेटिंग बदलने से किसी देश पर असर होता है. इसीलिए इन सभी सवालों के जवाब हम आपके लिए लाए है.

कौन है मूडीज
रेटिंग देने के इस सिस्टम देने की शुरुआत 1909 में जॉन मूडी ने की थी. इसका मकसद इन्वेस्टर्स को एक ग्रेड देना है, ताकि मार्केट में उसकी क्रेडिट बन सके. Moody's कॉर्पोरेशन, Moody's इन्वेस्टर्स सर्विस की पेरेंट कंपनी है, जो क्रेडिट रेटिंग और रिसर्च का काम करती है.

मूडीज का काम क्या है
Moody's फिलहाल ग्लोबल कैपिटल मार्केट का अहम हिस्सा है. ये फाइनेंशियल मार्केट को क्रेडिट रेटिंग, रिसर्च टूल्स और एनालिसिस देता है.

कैसे तय होती है रेटिंग
मूडीज की रेटिंग का मतलब मूडीज एक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी है. ये एजेंसी 100 से भी अधिक आर्थिक विशेषज्ञों के साथ किसी देश की रेटिंग तय करते हैं. हालांकि, इसके लिए कोई भी फॉर्मूला नहीं है.

किसी देश के लिए क्या है मायने
इसमें किसी भी देश पर कर्ज और उसे चुकाने की क्षमता को ध्यान में रखा जाता है. इसके अलावा रेटिंग एजेंसी देश में आर्थिक सुधारों और उसके भविष्य के प्रभाव को भी ध्यान में रखता है.

मूडीज के रेटिंग बढ़ाने का मतलब
विशेषज्ञों के मुताबिक अर्थव्यवस्था के आउटलुक में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं लेकिन सॉवरिन रेटिंग अपग्रेड होना ये दर्शाता है कि सरकार की तरफ से किए गए आर्थिक सुधारों पर मूडीज ने भी सही माना है.

रेटिंग बढ़ने के बाद क्या होगा
रेटिंग अपग्रेड करने के मायने मूडीज के रेटिंग अपग्रेड करने के कई मायने हैं. देश के आर्थिक विशेषज्ञ इसे बेहद सकारात्मक रुप में ले रहे हैं. ऐसे में उस देश को कर्ज मिलना आसाना हो जाता है. साथ ही, उस देश में विदेशी कंपनियां निवेश बढ़ाने लगती है.

कितने रेटिंग सिंबल होते है
एजेंसी ने ग्रेडिंग के लिए 9 सिम्बल- Aaa, Aa, A, Baa, Ba, B, Caa, Ca और C तय किए हैं। Aa से लेकर Caa तक की 1, 2, 3 सब-कैटेगरी भी होती हैं.

रेटिंग सिंबल मतलब क्या है
A सिंबल रेटिंग इन्वेस्टमेंट के लिए सही है. वहीं, Baa3 रेटिंग के नीचे का मतलब उस देश में कुछ भी सही नहीं चल रहा है. वहां के आर्थिक हालात ठीक नहीं है. ऐसे में उस देश में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है.
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homebusiness
भारत की रेटिंग बढ़ाने वाली एजेंसी मूडीज के बारे में सबकुछ जानें
और पढ़ें