पहले उधार लिए 5000, फिर 150000 रुपये का बैंक लोन, कर्ज से डरे नहीं, ऊंची सोच से बनाया 42000 करोड़ का कारोबार
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57 वर्षीय हितेश दोशी ने कॉलेज के दिनों से काम करना शुरू कर दिया था. पहले रिश्तेदार से 5000 रुपये उधार लेकर काम शुरू किया. धंधा चलने लगा तो 150000 रुपये का लोन लेकर 42000 करोड़ का कारोबार खड़ा कर दिया.

Success Story: सफलता की ये कहानी है हितेश चिमनलाल दोशी की, जिन्होंने 40 साल के अपने करियर में बिजनेस जगत में एक अहम मुकाम हासिल किया. भारत के एनर्जी सेक्टर में छोटी-सी शुरुआत करके उन्होंने वारी ग्रुप को रिन्यूबल एनर्जी के क्षेत्र में मार्केट लीडर बना दिया है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में वारी एनर्जीज़ लिमिटेड की बंपर सफल लिस्टिंग के बाद, हितेश दोशी दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में शुमार हो गए. 57 वर्षीय हितेश दोशी की सक्सेस स्टोरी लाखों युवा उद्यमियों के लिए एक प्रेरणा है. आइये आपको बताते हैं आखिर कैसे उन्होंने उधार के 5000 रुपये से 42000 करोड़ का विशाल व्यापारिक साम्राज्य खड़ा कर लिया.
कैसे की धंधे की शुरुआत
साल 1985 में हितेश दोशी ने अपने बिजनेस की शुरुआत करने के लिए 5,000 रुपये का लोन लिया था. हैरानी की बात है कि यह रकम उन्होंने पढ़ाई के दौरान गुजारा चलाने के लिए ली थी. रिश्तेदार से 5,000 रुपये मिलने के बाद उन्होंने हार्डवेयर और इलेक्ट्रॉनिक्स सामान का छोटा-सा बिजनेस शुरू किया. बिजनेस अच्छा चलने लगा तो उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद बैंक से 1,50,000 रुपये का कर्ज लिया और हार्डवेयर सामान बनाने वाली एक छोटी फैक्ट्री शुरू की. इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और धीरे-धीरे कामयाबी हासिल करते रहे. साल 2000 में उन्होंने इलेक्ट्रिक उपकरण जैसे- वाटर पंप और हीटर का बिजनेस शुरू कर दिया.
अमेरिका-यूरोप तक बेचा माल
हितेश दोशी ना सिर्फ भारत में बल्कि अमेरिका और यूरोप तक अपने प्रोडक्ट सप्लाई किए. साल 2007 में उन्हें जर्मनी में एक एक्जीबिशन के दौरान सौर ऊर्जा के क्षेत्र में बिजनेस करने का आइडिया मिला. इस बिजनेस में उतरने के लिए हितेश दोशी ने अपना पुराना बिजनेस बेचकर सोलर सेल बनाने पर ध्यान दिया. बस यहीं से ‘वारी एनर्जीज’ की शुरुआत हुई. खास बात है कि उन्होंने अपनी कंपनी का नाम गांव के वारी मंदिर के नाम पर रखा. आज की तारीख में वारी एनर्जीज भारत की सबसे बड़ी सोलर मॉड्यूल निर्माता कंपनी है. कंपनी ज्यादातर कमाई अमेरिका को निर्यात किए जाने वाले सामानों से करती है.
अपनी मेहनत से हितेश दोशी ने अपना मुकद्दर ऐसा लिखा कि 5000 रुपये से धंधा शुरू करने वाला यह शख्स अरबपति कारोबारी बन गया. दोशी परिवार की कुल संपत्ति 5.2 अरब डॉलर (करीब 42034 करोड़ रुपये) है.
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Chandrashekhar Gupta
चंद्रशेखर गुप्ता को टीवी और डिजिटल पत्रकारिता में 9 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने जी न्यूज में काम किया है. वर्तमान में वह hindi.news18.com के होम पेज पर काम कर रहे हैं. उन्हे...और पढ़ें
चंद्रशेखर गुप्ता को टीवी और डिजिटल पत्रकारिता में 9 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने जी न्यूज में काम किया है. वर्तमान में वह hindi.news18.com के होम पेज पर काम कर रहे हैं. उन्हे... और पढ़ें
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