India vs Pakistan: क्या पाकिस्तान में बीटेक होता है? इंजीनियरिंग की डिग्री के लिए बेस्ट कॉलेज कौन सा है?
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Agency:News18India.com
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India vs Pakistan Engineering Education Comparison: भारत में हर साल लाखों स्टूडेंट्स बीटेक कोर्स में एडमिशन लेते हैं. इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए इसे बेस्ट माना जाता है. पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी इंजीनियरिंग डिग्री का काफी क्रेज है. जानिए दोनों देशों की इंजीनियरिंग की पढ़ाई में कुछ बेसिक अंतर.

नई दिल्ली (India vs Pakistan Engineering). भारत बनाम पाकिस्तान की सीरीज में आज हम दोनों देशों की इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बारे में बात करेंगे. भारत और उसके पड़ोसी देश पाकिस्तान, दोनों ही जगहों के युवाओं में इंजीनियरिंग कोर्स का काफी क्रेज है. भारत और पाकिस्तान की स्कूली पढ़ाई में कई बड़े अंतर हैं लेकिन इंजीनियरिंग शिक्षा के बीच कई समानताएं हैं. दोनों में ही 12वीं पास करने के बाद एडमिशन मिलता है.
भारत और पाकिस्तान, दोनों देशों में इंजीनियरिंग को लोकप्रिय करियर ऑप्शन माना जाता है (India vs Pakistan Engineering). लेकिन शिक्षा प्रणाली, डिग्री के नाम और प्रवेश प्रक्रिया में कुछ बड़े अंतर देखने को मिलते हैं. भारतीय स्टूडेंट अगर पाकिस्तान में इंजीनियरिंग, मेडिकल, फार्मेसी, आर्किटेक्चर या अन्य तकनीकी पाठ्यक्रमों में एडमिशन लेना चाहते हैं तो उन्हें भारत में उस डिग्री की मान्यता के लिए अलग से आवेदन करना होगा (India vs Pakistan Education).
1. Engineering education comparison:इंजीनियरिंग शिक्षा की संरचना
Engineering Courses in India: भारत में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कैसे होती है?
- डिग्री का नाम: भारत में इंजीनियरिंग की स्नातक डिग्री को बीटेक (B.Tech in India) या बीई (B.E.) कहा जाता है. दोनों कोर्सेस 4 साल के हैं. हालांकि बीटेक को ज्यादा प्रैक्टिकल और टेक्नोलॉजी ओरिएंटेड माना जाता है, जबकि बीई में थ्योरी पर फोकस किया जाता है.
- भारत के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज (Top engineering colleges India): भारत में आईआईटी (IIT), एनआईटी (NIT) और कई राज्य-स्तरीय और निजी कॉलेज में इंजीनियरिंग की पढ़ाई होती है.
- रेगुलेटरी बॉडी: ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) और नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रिडिटेशन (NBA) इंजीनियरिंग शिक्षा को रेगुलेट करते हैं.
Pakistan B.Sc. Engineering: पाकिस्तान में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कैसे होती है?
अंतर: भारत में बीटेक इंजीनियरिंग डिग्री है, जबकि पाकिस्तान में बीटेक को डिप्लोमा-आधारित टेक्निकल एजुकेशन के रूप में देखा जाता है. वहां बीएससी इंजीनियरिंग को प्राथमिक इंजीनियरिंग डिग्री माना जाता है. पाकिस्तान में बीटेक कोर्स डिप्लोमा ऑफ असोसिएट इंजीनियरिंग (DAE) के बाद किया जाता है. यह इंजीनियरिंग से ज्यादा टेक्नोलॉजी और प्रैक्टिकल स्किल्स पर फोकस्ड होता है. बीटेक धारक PEC में पेशेवर इंजीनियर के तौर पर रजिस्टर नहीं हो सकते.
भारत बनाम पाकिस्तान: इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन
भारत के बीटेक कोर्स में एडमिशन कैसे मिलता है?
भारत के बीटेक कोर्स में एडमिशन कैसे मिलता है?
1- जेईई मेन और जेईई एडवांस्ड: आईआईटी, एनआईटी और अन्य टॉप इंजीनियरिंग संस्थानों के लिए.
2- राज्य-स्तरीय परीक्षाएं: एमएचटी सीईटी (MHT CET), केसीईटी (KCET), यूपीएसईई (UPSEE)
3- निजी विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं: बिटसैट (BITSAT), VITEEE, SRMJEEE आदि.
Engineering Admission Process: पाकिस्तान के इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन कैसे मिलता है?
1- ECAT (Engineering College Admission Test): UET और कई अन्य विश्वविद्यालयों के लिए.
2- NUST Entry Test (NET): NUST में दाखिले के लिए.
3- कुछ विश्वविद्यालय अपने खुद के टेस्ट आयोजित करते हैं.
अंतर: भारत में प्रवेश प्रक्रिया अधिक सेंट्रलाइज्ड और राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं (जैसे JEE) पर आधारित है, जबकि पाकिस्तान में यह यूनिवर्सिटी-स्पेसिफिक टेस्ट और मेरिट पर ज्यादा निर्भर करती है. भारत में ऐसे कई प्राइवेट इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट हैं, जो अपनी खुद की प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करते हैं. लेकिन पाकिस्तान में ऐसा नहीं है.
भारत से कितना अलग है पाकिस्तान का इंजीनियरिंग कोर्स?
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Deepali Porwal
Having an experience of 9 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle, entertainment and career. Currently, she is covering wide topics related to Education & Career but she also h...और पढ़ें
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