Advertisement

IAS Success Story: शॉर्टकट से नहीं, कड़ी मेहनत से मिलती है सफलता, IAS जागृति अवस्थी से जानें तैयारी के टिप्‍स

Last Updated:

IAS Success Story: सिविल सेवा परीक्षा 2020 में ऑल इंडिया में सेकंड रैंक हासिल करने वाली आईएएस जागृति अवस्थी का कहना है कि सिविल सेवा सहित अन्य प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं तो खुद पर भरोसा रखिए. साथ ही उन्‍होंने कहा कि जिंदगी में कभी असफलता भी हासिल होती है, तो घबराने की बात नहीं है. यहीं से आपका इरादा मजबूत होता है.

X
title=

रिपोर्ट: विशाल भटनागर

मेरठ. जीवन में अगर आप सफलता हासिल करना चाहते हैं, तो उसके लिए कोई भी शॉर्टकट नहीं है. मेहनत और कठिन परिश्रम के माध्यम से ही आप सफलता हासिल कर सकते हैं. यह बात मेरठ के रजपुरा ब्लॉक में बतौर बीडीओ कार्यभार संभाल रहीं आईएएस जागृति अवस्थी ने कही है. बता दें कि उन्‍होंने सिविल सेवा परीक्षा 2020 में देश में द्वितीय स्थान प्राप्त किया था.
बहरहाल, जागृति अवस्थी मूल रूप से मध्य प्रदेश के फतेहपुर की रहने वाली हैं. उन्होंने भोपाल के मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. उसके पश्चात भारत हेवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड कंपनी में काम करने लगी थीं, लेकिन आईएएस बनने के लिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी थी. उनके पिता डॉ एससी अवस्थी प्रोफेसर हैं, तो वहीं माता मधुलता अवस्थी भी शिक्षिका के रूप में कार्य कर चुकी हैं. जागृति अवस्थी का छोटा भाई सुंयाश अवस्थी पढ़ाई कर रहा है. पेश है आईएएस जागृति अवस्थी से News18 Local की खास बातचीत.

  • प्रथम अटेम्प्ट में असफलता मिलने पर क्या सोचा?

    इंजीनियर की नौकरी के साथ-साथ सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रही थी. इस बीच 2019 में प्री परीक्षा में असफलता हासिल हुई, तो काफी परेशान हुई, लेकिन फिर मैंने सोचा कि एक बार और अपने आप को चांस देकर तो देखूं. फिर इंजीनियर की नौकरी छोड़कर सिविल सेवा परीक्षा पर ही फोकस किया. उसके बाद वर्ष 2020 में फिर से परीक्षा में प्रतिभाग किया. जब इस परीक्षा का 2022 में परिणाम आया तो मुझे भी उम्मीद नहीं थी कि देश में मुझे दूसरी रैंक मिलेगी.
  • आपकी सफलता में किसका अहम योगदान रहा?

    बिना माता-पिता के आशीर्वाद के जीवन में कभी भी कोई सफलता नहीं मिलती. अभिभावक अनेकों कष्ट सहते हुए भी अपने बच्चों को सफल देखना चाहते हैं. ऐसे में मेरी मां ने अपनी टीचिंग की जॉब छोड़ दी थी, ताकि मुझे तैयारी करा सकें. आज जब मैं खुद जॉब पर हूं, तो समझ सकती हूं कि मेरी मां ने कितना कठिन फैसला मेरे भविष्य के लिए लिया था.
  • शॉर्टकट अपनाने वाले युवाओं के लिए क्या संदेश देंगी?

    मेरा युवाओं को यही संदेश है कि जीवन में कभी भी सफलता शॉर्टकट से नहीं मिलती. इतना ही नहीं आप किसी भी परीक्षा की तैयारी अगर एक महीने पहले करना शुरू करेंगे, तो कभी भी आप बेहतर परिणाम नहीं ला सकते. अगर आप उसी परीक्षा की तैयारी निरंतर करते रहेंगे, तो आप सफलता हासिल करेंगे.
  • परीक्षाओं की तैयारी कैसे करें?

    अगर आप सिविल सेवा परीक्षा में जाना चाहते हैं, तो उसका पूरा सिलेबस वेबसाइट पर आपको उपलब्ध कराया गया है. उसी के हिसाब से अपनी पुस्तकों का चयन करें, ताकि तैयारी करने में किसी भी प्रकार की समस्या ना हो. 8 से 10 घंटे का टाइम टेबल बना लें. साथ ही जो विषय सबसे ज्यादा कमजोर हो, उस पर अधिक फोकस करें.
  • About the Author

    Ajay Raj
    अखबारी दुनिया और मैगजीन में करीब 14 साल काम करने के बाद 2017 में डिजिटल मीडिया में एंट्री. News18 हिंदी के साथ स्‍पोर्ट्स सेक्‍शन से शुरुआत की, लेकिन अब राजनीति की खबरों में मन रच बस गया है. साथ में अमर उजाला, ...और पढ़ें
    अखबारी दुनिया और मैगजीन में करीब 14 साल काम करने के बाद 2017 में डिजिटल मीडिया में एंट्री. News18 हिंदी के साथ स्‍पोर्ट्स सेक्‍शन से शुरुआत की, लेकिन अब राजनीति की खबरों में मन रच बस गया है. साथ में अमर उजाला, ... और पढ़ें
    homecareer
    शॉर्टकट से नहीं, कड़ी मेहनत से मिलती है सफलता, IAS जागृति अवस्थी से जानें सब
    और पढ़ें